छपरा : ‘लोग कह रहे हैं कि बिहार बदल रहा है’. पिछले डेढ़ दशक से बिहार में जो बदलाव आया है. वह काबिल-ए-तारीफ है. हाल ही में आयी एक रिपोर्ट बताती है कि बिहार देश के अन्य राज्यों के मुकाबले काफी तेजी से विकसित हो रहा है. मंगलवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए बजट पेश किया. दो लाख करोड़ के इस बजट में सबसे ज्यादा तवज्जो शिक्षा को दी गयी है.
बिहार में इस बार शिक्षक पर 34 हजार 798 करोड़ रुपये खर्च करने की बात कही है. ऐसा पहली बार हुआ है जब बिहार सरकार में शिक्षा के क्षेत्र में इतनी बड़ी रकम खर्च करने का फैसला किया. इसके अलावा किसानों के लिए, कृषि विभाग के लिए 2958 करोड़ का बजट बनाया गया है. इसके अलावा बजट में सरकार ने कई और घोषणाएं की. इसमें गृह विभाग को 10968 करोड़, ग्रामीण कार्य को 10917 करोड़, ग्रामीण विकास को 15669 करोड़ और नगर विकास विभाग को 5158 करोड़ का बजट आवंटन हुआ है. इसके अलावा भी कई घोषणाएं हुई हैं, जो बिहार के विकास को रफ्तार देने का कार्य करेंगी.
कहते हैं शिक्षित होंगे, तभी विकसित होंगे बजट में बिहार सरकार इस बार शिक्षा पर विशेष ध्यान देने को लेकर समग्र कोशिश कर रही है. सारण में भी शिक्षा पर करोड़ों रुपये खर्च किये जायेंगे. बुनियादी शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा में सारण आगे बढ़े इसके लिए सरकार भी लगातार कोशिश कर रही हैं. जिले में शिक्षा को लेकर काफी सुधार की जरूरत है. प्राथमिक स्तर से लेकर उच्च शिक्षा सारण धीरे-धीरे काफी बदल रहा है. बजट में छात्रों के लिए शिक्षा पर साथ ही शिक्षा के आधुनिकीकरण पर जोर दिया गया है. बजट आने से सारण के छात्रों में भी खुशी है. उन्हें उम्मीद है कि अगर शिक्षा पर इतने सही ढंग से पैसे खर्च हुए तो सारण में भी शिक्षा एक उत्तम स्तर तक पहुंचेगी. अगर शिक्षा में सुधार होगा तो रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, रोजगार बढ़ेगा तो विकास भी होगा तेजी से होगा.