समस्तीपुर . पूर्व मध्य रेलवे अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर रहा है. यात्रियों को भी जल्द ही ट्रेनों में यह व्यवस्था दिख सकती है. आरा कोचिंग डिपो में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर एक कोच को तैयार किया गया है. इस बाबत सीपीआरओ सरस्वती चंद्र ने बताया कि भारतीय रेल हमेशा आधुनिक तकनीक को अपनाते हुए नये जमाने के साथ कदम से कदम मिलाकर चलती है. इसी कड़ी में एआई तकनीक पर आधारित सेंसर के माध्यम से स्मार्ट कोच का निर्माण किया गया है. कोच में ऐसे सेंसर लगे हुए हैं जो कोच में कई तरह की सुरक्षा पहलुओं को वेरीफाई करता है. कमी का पता लगाकर उसे अविलंब ठीक करने के लिए लाइव सूचना देता है. इन सेंसर के द्वारा कोच में पानी की कमी का पता लगाया जा सकता है. ट्रेनों में कोच के हॉट एक्सेल की पहचान करके इसका तुरंत निवारण किया जा सकता है. ट्रेन के कोच में बाथरूम के बुरे स्मेल को देखते हुए उसका निदान किया जा सकता है. एसीपी यानी अलार्म चेन पुलिंग के केस में भी सेंसर के द्वारा यह बता दिया जायेगा कि किस कोच में एसीपी की गई है जिससे जांच की व्यवस्था में लगने वाले समय में कमी आयेगी.
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