कल्याणपुर (समस्तीपुर) : कानपुर रेल हादसा में मंगलापुर का एक हंसता खेलता परिवार उजड़ गया. यहां का नाजीर अहमद इंदौर में कपड़ा कटिंग का काम करता था. इंदौर-पटना एक्सप्रेस से वापस गांव लौट रहा था. इस दौरान कानपुर के पास रेल दुर्घटना में उसकी मौत हो गयी. यह खबर रविवार को उसके घर पहुंची, तो कोहराम मच गया. पत्नी सजीदा खातून मूर्छित होकर गिर पड़ी. वहीं बच्चे दहाड़ मार रोने लगे. पूरा गांव उसके दरवाजे पर इकठ्ठा हो गया.
पैसों का जुगाड़ कर उसका भाई वसीम अहमद शव लेने कानपुर के लिए रवाना हो चुका है. बताया जाता है कि नाजीर अहमद चार भाई है.चारों भाई का परिवार अलग-अलग रहता है. अपने बच्चों की परवरिश व अच्छे तालिम के लिए नाजीर तीन महीना पहले कमाने इंदौर गया था. उसका भाई नसीर अहदम आंसू पोछते हुए कहा,बेटी बड़ी हो रही थी. भाईजान ने सोचा था कि इंदौर से अच्छी कमाई कर आउंगा, तो सजीदा के लिए अच्छा घर खोज उसकी शादी कर दूंगा, लेकिन अल्हा को यह मंजूर नहीं था.
अल्हा ने भाई जान के हंसते-खेलते परिवार को बेसहारा कर दिया. उसने बताया कि नाजीर को पांच लड़का व तीन लड़की है. एक लड़की शाहीदा खातून की शादी हो चुकी है, जबकि एक बच्ची शादी लायक है. बच्चों की परवरिश व उनकी बेहतर तालिम के लिए नाजीर दिन-रात मेहनत करता था. उसकी मौत के बाद परिवार वालों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. परिवारवालों को समझ में नहीं आ रहा है कि अब उनके दिन कैसे कटेंगे.