पटोरी/मोहिउद्दीननगर/मोहनपुर : पूरे अनुमंडल क्षेत्र में सरकार द्वारा शराबबंदी की घोषणा और इसे कड़ाई से लागू करने का असर दिखने लगा है़ शराब के आदि हो चुके लोग सरकार के जहां इस कदम से मायूस है़ वहीं शराबियों के घरवाले जश्न मनाते नजर आ रहे है़ देसी शराब की दुकान पर काम करने वाले कर्मियों से जब सरकार के शराबबंदी की घोषणा के बारे में पूछा गया तो इन लोगों ने बड़े मायूस होकर कहा कि हमारी तो रोजी-रोटी ही चली गयी़
परंतु सबसे ज्यादा खुशी इस बात का है कि अब शराब के कारण परिवार को उजड़े तथा टूटने का मौका नहीं मिलेंगा़ कई महिलाओं ने तो अपने पति को शराबबंदी को लेकर ताना देकर चिढ़ाने में मग्न थी और प्रसन्नचित नजर आ रही है़ प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते बुधवार से ही अनुमंडल क्षेत्र में संचालित हो रही शराब की दूकानों में शराबियों को गुरूवार तक महाऑफर भी दिया गया था़
सरायरंजन : थाना क्षेत्र के सभी शराब की दुकानों को 1 अप्रैल से बंद करने को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से कमर कस ली है. वहीं जिस दुकान में देशी शराब मिलेगी उसे पुलिस प्रशासन द्वारा विनिष्ट कर दिया जाएगा ताकि लोग उसका प्रयोग नहीं कर सकें एवं विदेशी शराब को जब्त कर सरकारी खजाना में जमा कर दिया जाएगा. बीडीओ अभिजीत चौधरी ने बताया कि दण्डाधिकारी के रूप में कृषि पदाधिकारी हिमांषु कुमार एवं रंजीत कुमार को नियुक्त किया गया है.
खानपुर : अप्रैल से शराब की पूर्ण बंदी का असर प्रखंड में देखने को मिला. देशी शराब की दुकानों में गुरु वार को पूरे दिन ताला लटका रहा. ईद गिर्द के लोगों से शाम पांच बजे पूछने पर पता चला की दूकान आज सुबह से बंद है. बुधवार को ही सभी शराब बेच दी गयी. इधर विदेशी शराब दूकान पर दिन के दो बजे तक लोग नहीं दिखे लेकिन शाम के 5 बजते ही लोगों की भीड़ शराब के लिए जुटने लगी. एक व्यक्ति के हाथों में 2 से 3 बोतलें शराब की देखि गयी. आपस में लोग चर्चा कर रहे थे की यार आज अंतिम दिन है, जो हाथ लग जाये ले लो. कम से कम दो-तीन दिन तो पिने को मिलेगा.
हालांकि विदेशी शराब दूकान पर कम रेट का रेट चार्ट देखने को नहीं मिला. लेकिन सूत्रों के हवाले से शराब कम कीमत में बेचकर कर हटाया जा रहा है. इधर शराब बंदी पर खासकर महिलाओं में खुशी देखी गयी. खानपुर की सुनीता देवी, कल्याणी देवी, यशोदा देवी, चक्का की कुसुम देवी, प्रियंका देवी आदि का बताना था की सरकार का शराब बंदी कदम सराहनीय है. इसे बहुत पहले बंद हो जाना था. लेकिन देर हुआ दुरु स्त हुआ. शराब के कारण कई परिवार उजर गये. कई बेघर हो गये. शराब बंदी से अब काफी खुशी है.