समस्तीपुरः स्क्रैप व्यवसायी राज कुमार गोयनका हत्याकांड में पुलिस ने नामजद अभियुक्त विरेंद्र जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया है. मंगलवार को नगर पुलिस ने विरेंद्र जायसवाल को हत्या व आर्म्स एक्ट के मामले उसे कोर्ट भेज दिया. वहीं अन्य आरोपी की तलाश में पुलिस ने सोमवार की रात भी शहर के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की. हालांकि पुलिस को इस दौरान किसी प्रकार की सफलता नहीं मिली. वहीं देर शाम एसपी चंद्रिका प्रसाद नगर थाना पहुंच कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया. साथ ही नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए रणनीति तय किया गया. इसके लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है. जिसका नेतृत्व एसपी स्वयं कर रहे हैं. इधर मिली जानकारी के अनुसार छापेमारी टीम ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया. इसमें से एक को बांड बनाकर छोड़ दिया गया.
षड्यंत्र का आरोप
स्क्रैप व्यवसायी की पत्नी नीतू गोयनका के बयान पर दर्ज किए गए मामले में घटना का मुख्य कारण स्क्रैप व्यवसाय को लेकर आपसी प्रतिद्वंदिता बताया गया है. साथ ही सभी आरोपियों पर षडयंत्र कर व्यवसायी की हत्या करने की बात कही गयी है. प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि पिछले तीन चार दिनों से व्यवसायी काफी परेशान थे. फोन पर बातचीत के दौरान व्यवसायी कह रहे थे, इतना जीटी (गुंडा टैक्स) कहां से देंगे. 24 नवंबर को उसे फिर फोन आया तो व्यवसायी ने कहा कि बैंक खुलने के साथ ही आपको जीटी दे दिया जायेगा. शाम में व्यवसायी पांच बजे घर आए और घर पर ही लेबर को पेमेंट कर दिया. इसके बाद फिर निकले और रात में नौ या सवा नौ बजे पहुंचे और विकास विकास बोले. जब गेट खुला तो खून से लथपथ पड़ा हुआ था. इलाज के लिए अस्पताल लाया गया. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
दरवाजे पर मारी थी गोली
शहर के मारवाड़ी बाजार के खानमार्केट ठाकुरबाड़ी गली में 24 नवंबर की रात स्क्रैप व्यवसायी राज कुमार गोयनका को उसके गेट के पास ही गोली मार दी गयी. भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र होने के बाद भी अपराधी निकल भागे. सोचनीय पहलू यह है कि ठाकुरबाड़ी मंदिर परिसर में शादी समारोह भी था, लेकिन अपराधियों पर किसी की नजर नहीं पड़ी. पुलिस फिलहाल स्क्रैप वर्चस्व को लेकर मामले की जांच कर रही है. हालांकि पुलिस कुछ अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है.