सहरसा : पूर्व मंत्री सह जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष मो अखलाक अहमद ने जेल जाकर पिछले चार दिनों से अनशन पर बैठे व पूर्व सांसद आनंद मोहन से हाल-चाल जाना. उन्होंने पगली घंटी में घायल पवन यादव, अमरजीत यादव व अन्य से मुलाकात की. मुलाकात के बाद कारा परिसर में मीडिया कर्मियों को बातचीत में कहा कि मंडल कारा में मानवाधिकार का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन हो रहा है. बंदियों ने जेल अधीक्षक पर पक्षपात पूर्ण व तानाशाही रवैया के साथ-साथ पद के दुरूपयोग का भी आरोप लगाया है. तीन महीने में तीन बार पगली घंटी बजवा कर नये जेल अधीक्षक कैदियों को बेवजह पिटवा रहे हैं.
उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते कहा कि पगली घंटी बजने के बाद मजिस्ट्रेट द्वारा जांच करायी जाती है. लेकिन दो बार पगली घंटी बजने के बाद भी किसी भी प्रकार की जांच नहीं करायी गयी. तीन सौ बंदी आज भी अनशन पर हैं. जिन्हें अधीक्षक सहित कारा प्रशासन डरा धमका कर तबादला का भय दिखा कर अनशन तोड़ने व सादे कागज पर अंगूठा का निशान देने को बाध्य कर रहे हैं. स्थिति गंभीर है. अनशन पर बैठे जिनमें मुन्ना सिंह, भरत यादव की हालत नाजुक है. लेकिन अब तक न कोई हाल पूछने पहुंचा है और न ही मेडिकल सुविधा उपलब्ध करायी गयी. अगर शीघ्र हल नहीं निकाला गया तो अनशनकारी पीड़ित बंदियों के परिजनों द्वारा छह फरवरी को कलेक्ट्रेट पर होने वाले महाधरना में वे और उनकी पार्टी शामिल होगी. मौके पर प्रवक्ता शैलेंद्र शेखर, शशि यादव, रंजन यादव, मो तारिक, मो महबूब आलम जीबू सहित अन्य मौजूद थे.