बख्तियारपुर : भारतीय रेल से शराब तस्करी बढ़ती जा रही है. बिहार में शराबबंदी के बाद दिल्ली व बंगाल से आने वाली ट्रेन में तस्कर शराब लेकर आ रहे हैं. वे बकायदा टिकट लेकर सफर कर रहे हैं. हालांकि, पुलिसिया छापेमारी से शराब तस्कर पकड़े भी जा रहे हैं. शराबबंदी किसी के लिए जानलेवा साबित हो रही है तो किसी के लिए मुनाफे का सौदा. राज्य सरकार ने जहां सूबे में पूर्ण शराबबंदी लागू कर लोगों को शराब पीने से रोकने व इसका कारोबार पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है,
वहीं शराब पीने वाले भी कोई न कोई रास्ता निकाल ही रहे हैं. शराब पीने वालों को अब रेलकर्मियों व टिकट बेचने वाले दलालों की मिलीभगत से शराब मुहैया करायी जा रही है. इस धंधे में रेलकर्मी के साथ-साथ एस्कार्ट करने वाले पुलिस के जवान भी शामिल रहते हैं. इन दिनों स्थानीय बाजार में भी गरीब रथ,
हाटे बाजार व राज्यरानी एक्सप्रेस से शराब की खेप रोजाना पहुंचने की खबर फैल रही है. इसमें शामिल लोग मालामाल हो रहे हैं. शराब की पेटी बैग में छुपा कर सहरसा जंकशन या दबिश बढ़ने पर सिमरी बख्तियारपुर में ही उतार ली जाती है. मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली या हरियाणा में जिस शराब को 650 रुपये में खरीदते हैं, सहरसा- सिमरी बख्तियारपुर लाकर इसे 2000 रुपये में बेच दे रहे हैं.
शराब माफियाओं के पास से बरामद मोटरसाइकिल.
रिजर्वेशन कर लाते हैं शराब
शराब तस्करी में शामिल लोग ट्रेनों में बकायदा रिजर्वेशन कर सामान के साथ शराब को छिपा कर ले आते हैं. ट्रेन जब सिमरी बख्तियारपुर या सहरसा पहुंचती है तो ट्रेन की पिछले बोगी से चुपचाप उतर जाते हैं. शराब के पूरी तरह आदी लोगों द्वारा इसके लिए मुंहमांगी कीमत चुकायी जा रही है. जानकारी के मुताबिक शराब की तस्करी में शहर की कई महिलाएं भी शामिल हैं. जो बच्चों के साथ ट्रेन में शराब से भरे बैग को लेकर सफर कर रही हैं.
पुलिस की नजर में हैं कुछ लोग
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शराब के इस खेल में शहर के कई माफिया शामिल हैं. हालांकि इन लोगों का पूर्व में कभी शराब से जुड़ा व्यवसाय नहीं रहा है. इसके बावजूद लालच में लोग शराब के दलदल में फंसते जा रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक, सिमरी बख्तियारपुर के कुछ बड़े व्यापारियों पर पुलिस की नजर है. इसके अलावा इन लोगों के संपर्क में और भी कई लोग हैं जो पुराने व पारंपरिक व्यवसाय को छोड़ शराब की कालाबाजारी में शामिल हो रहे हैं. शाम के वक्त इन लोगों के द्वारा भरोसेमंद ग्राहकों को ऑन स्पॉट डिलिवरी भी दी जाती है.
शराब तस्करी में शामिल लोग ट्रेनों में रिजर्वेशन के साथ शराब को छिपा कर ले आते हैं
हरियाणा से 650 रुपये खरीदते हैं और दो हजार में बेच देते हैं शराब
कॉल रिकॉर्ड खोलेगा कई राज
मंगलवार की देर रात सिमरी बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन से बरामद विदेशी शराब की बड़ी खेप के संग तीन गिरफ्तारी के बाद अब इस गोरखधंधे के पीछे जो भी लोग हैं वह अपनी उलटी गिनती शुरू मानें. क्योंकि पकड़े गये तीनों शराब कारोबारियों ने पूछताछ में कई खुलासे किये हैं. साथ ही पकड़े गये तीनो लोगों के मोबाईल के कॉल डिटेल व सीडीआर को भी जरूर खंगाला जायेगा. उक्त बातें बख्तियारपुर थानाध्यक्ष उमाशंकर कामत ने कही. वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सिमरी बख्तियारपुर के कुछ धनाढ्य शराब पीने के लिए रुपया शराब माफियाओ को देते हैं और उसके सूद में पूरे महीने शराब का लुत्फ उठाते हैं. इधर, बुधवार सुबह शराब की खेप पकड़ाने के बाद शराब माफियाओं से जुड़े लोग बख्तियारपुर थाना के चक्कर लगाते दिखे.