सहरसा : भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का भविष्य आये दिन हो रहे हड़ताल से अंधकारमय होता जा रहा है. न तो समय पर परीक्षा ही ली जा रही है और न ही कॉपी जांच या प्रायोगिक परीक्षाएं संभव हो पा रही है. आये दिन विश्वविद्यालय में छात्र संगठनों द्वारा भूख हड़ताल व अस्थायी कर्मियों द्वारा धरना प्रदर्शन, तालेबंदी से विश्वविद्यालय का कार्य प्रभावित हो रहा है. कुलपति इन सबसे बेखबर विश्वविद्यालय मुख्यालय से बाहर आराम फरमा रहे हैं.
इधर विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है. मालूम हो कि विश्वविद्यालय में वर्ष 2014-15, 2015-2016 व 2016-2017 के स्नातक प्रथम खंड में बच्चे अध्यनरत है एक सत्र की परीक्षा हो गयी है. कॉपी जांच बाधित है दूसरे सत्र का पंजीयन हो रहा है तथा तीसरे बैच का अभी नामांकन हुआ है. अगर यही हालात बने रहे तो स्नातक उत्तीर्ण होने में वर्षो लग जायेंगे. छात्र-छात्राओं के आगे की तैयारी धड़ी की धड़ी रह जायेगी. छात्रहित में व सत्र नियमित नहीं होने पर विश्वविद्यालय में नामांकित बच्चों का भविष्य चौपट होगा व इसका खामियाजा आखिर में क्षेत्र के गरीब अभिभावकों को ही भुगतान पड़ेगा.