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इंदिरा आवास का द्वितीय कस्ति वर्षों से लंबित, जनाक्रोश

इंदिरा आवास का द्वितीय किस्त वर्षों से लंबित, जनाक्रोश कार्यालय व बैंक का चक्कर लगा रहे लाभुक महिषी. क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में वर्षों पूर्व आवंटित इंदिरा आवास के लाभुकों को द्वितीय किस्त की राशि भुगतान नहीं होने से सैकड़ों आवास निर्माण अधर में लटका है. मालूम हो कि सरकार द्वारा गरीबी रेखा से नीचे […]

इंदिरा आवास का द्वितीय किस्त वर्षों से लंबित, जनाक्रोश कार्यालय व बैंक का चक्कर लगा रहे लाभुक महिषी. क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में वर्षों पूर्व आवंटित इंदिरा आवास के लाभुकों को द्वितीय किस्त की राशि भुगतान नहीं होने से सैकड़ों आवास निर्माण अधर में लटका है. मालूम हो कि सरकार द्वारा गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वालों के लिए प्रतिवर्ष अरबों की राशि आवास निर्माण योजना में दी जाती है, लेकिन संबंधित बैंक शाखा की लचर व्यवस्था, विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण लाभुकों को ससमय राशि भुगतान नहीं हो पाता है. अधूरे व अर्द्धनिर्मित आशियाना में जीविकोपार्जन करना इन बेबसों की नियति बन चुकी है. कार्यालय व बैंक शाखा का चक्कर लगाना इनकी प्राथमिकता होती है. लाभुकों ने जानकारी देते हुए बताया कि द्वितीय किस्त के भुगतान के लालच में मजदूरी छोड़ प्रतिदिन प्रखंड कार्यालय कर्मी व बैंक शाखा प्रबंधन का झूठा आश्वासन पाकर घर वापस होना रोजमर्रा की दिनचर्या बन चुकी है. ग्राम पंचायत भेलाही की इंदुल देवी, भागो देवी, रीना देवी, अरुण देवी, मसोमात रकीना देवी, नसीमा खातून, रूखसाना खातून, रेहाना खातून आदि ने बताया कि प्रखंड कार्यालय के पत्रांक 598-2 दिनांक -25.03.2013 को उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक महिषी को चेक संख्या-924873 के द्वारा द्वितीय किस्त की राशि हस्तांतरित की गयी. दो वर्ष बीत जाने के बाद भी बैंक शाखा से लाभुकों के खाता पर राशि का हस्तांतरण नहीं हो पाया. इधर, मुख्यालय स्थित महिषी उत्तरी पंचायत निवासी दयाकांत मिश्र, ताराकांत मिश्र, शैलेंद्र मिश्र का कहना है कि वर्षों पूर्व अर्द्धनिर्मित भवन की जांच के बाद भी द्वितीय किस्त का भुगतान नहीं किया जाना हास्यास्पद है. लाभुकों ने बीडीओ डॉ अमित कुमार को आवेदन देकर भुगतान के पहल की मांग की है.

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