सदर थाना में बिहार सुप्रीमो गणेश शंकर सहित तीन पर मामला दर्ज सहरसा पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी सहरसा सिटी . नये साल में सहरसा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने बीते सितंबर माह में शहर के विभिन्न जगहों पर मिले उग्रवादी नक्सली संगठन पीएलएफआइ के परचे के बाद मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई जारी रखी. तीन माह बाद पुलिस को नये साल के तोहफा के रूप में नक्सली संगठन का दो सदस्य हत्थे चढा. इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली. पुलिस के लिए यह कामयाबी है. शनिवार को सदर थाना में प्रेसवार्ता आयोजित कर मामले की जानकारी दी गयी. एएसपी मृत्युंजय चौधरी ने कहा कि अपराध व अपराधी को सहरसा पुलिस किसी भी स्थिति में छोड़ने के तैयार नहीं है. —-पांव जमाने का प्रयास विश्वसनीय सूत्र व गोपनीय रूप से पुलिस को पता चला कि जिला में पीएलएफआइ नामक उग्रवादी संगठन अपना पांव जमाने का प्रयास कर रहे है. इनके सक्रिय सदस्य द्वारा शहर में भय व दहशत फैलाने के लिए इस प्रकार का कार्य कर रहा है. जांच के क्रम में समाचार पत्रों से पता चला कि पीएलएफआइ संगठन का कुछ सदस्य हरवे हथियार के साथ नालंदा जिला के हिलसा थाना क्षेत्र में पकड़ा गया है. जिसके बाद विशेष दूत भेजकर प्राथमिकी की छायाप्रति मंगाया गया. प्राथमिकी के अवलोकन से पता चला कि गिरफ्तार संगठन के सदस्य गणेश शंकर के नेतृत्व में व्यवसायियों को डरा धमकाकर उनसे रंगदारी वसूलते है. गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से बरामद परचा का मिलान सहरसा में बरामद परचा से किया गया तो पाया गया कि दोनों परचा पर लिखी गयी वस्तु समान है. —गुप्त सुचना पर हुई गिरफ्तारीजांच के दौरान सहरसा जिला में संगठन के दो सक्रिय सदस्य के जानकारी मिली. इसके आधार पर सौनवर्षा से गांंधी स्वर्णकार के पुत्र कन्हैया स्वर्णकार व विजय स्वर्णकार के पुत्र आशुतोष स्वर्णकार को गिरफ्तार किया गया. जिसके पास से शहर में फेंका गया परचा व अन्य बरामद किया गया. जिला में संगठन की सक्रियता व गतिविधि बढ़ाने का प्रयास बिहार सुप्रीमो द्वारा इनलोगों के सहयोग से किया जा रहा था.—झारखंड में मिलता है प्रशिक्षण अनुसंधान में पता चला कि जिले के नौजवान लड़कों को बहला फुसलाकर दूसरे राज्य झारखंड ले जाकर उग्रवादी संगठन में शामिल कराया जाता है. जाल में फंसे युवकों को शस्त्र का प्रशिक्षण देकर मोबाइल पैसा व हथियार देता है. सदस्यों के द्वारा सहरसा व अगल-बगल के इलाकों के प्रमुख व्यवसायियों व ठेकेदारों की जानकारी लेकर उनसे रंगदारी वसूलने की योजना बना रहा है. साथ ही इनके द्वारा अपने उद्देश्य को हासिल करने के लिए बम विस्फोट, हत्या करने की योजना है. कुछ दिन पूर्व कुछ नये लड़कों को लेकर पीएलएफआइ प्रमुख व बिहार सुप्रीमो से मिलवाने ले गया था. संगठन का उद्देश्य व्यवसायियों, बुद्विजीवी वर्ग व समाज के अन्य रसुखदार वर्ग, ठेकेदार, निजी स्कूल संचालक, चिकित्सक व अन्य से लेवी, रंगदारी वसूलने के उद्देश्य से बम विस्फोट, हत्या जैसे कृत्य करना है. सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है.
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सदर थाना में बिहार सुप्रीमो गणेश शंकर सहित तीन पर मामला दर्ज
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