सहरसा : नगरशहर के बंगाली बाजार में आरओबी की मांग दशकों पुरानी हो गयी है. सड़क जाम से निजात को लेकर शुरु हुई मांग अब महाजाम में तब्दील हो चुकी है. रेलवे व राज्य सरकार के अधीन आरओबी निर्माण का मामला फंसा होने की वजह से जनप्रतिनिधि भी बयानबाजी करते रहे हैं.
लेकिन बीते दिनों सहरसा पहुंचे रेलवे के डीआरएम ने स्पष्ट कर दिया कि केंद्र सरकार बंगाली बाजार में ओवरब्रिज निर्माण को लेकर सभी प्रक्रिया पूरी कर चुकी है. जबकि राज्य सरकार को अब राज्यांश देकर निर्माण कार्य शुरु करने में मदद करनी चाहिए. ज्ञात हो कि पूर्व में शेयर देने की बात को लेकर राज्य व रेलवे के बीच सहमति बन चुकी थी.
बंगाली बाजार में ओवरब्रिज नहीं बनने से शहर की रफ्तार धीमी हो चुकी है. शिलान्यास के नाम पर हुआ छलावासाल 1997 से वर्ष 2014 तक बंगाली बाजार के समपार संख्या 31 ए स्पेशल पर आरओबी निर्माण कार्य का शिलान्यास तीन-तीन बार हो चुका है. पहली बार तत्कालीन रेल राज्य मंत्री दिग्विजय सिंह ने आरओबी का शिलान्यास किया था.
दूसरी बार वर्ष 2005 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने भी बुनियाद रख निर्माण का भरोसा दिया था. तीसरी बार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद शरद यादव की मौजूदगी में तत्कालीन रेल राज्य मंत्री अधीर रंजन चौधरी ने शिलान्यास कर पूर्व की परंपरा का निर्वहण किया था.
जनप्रतिनिधियों के झूठे छलावे का परिणाम यह है कि निर्माण के नाम पर एक अदद ईट तक नहीं जुड़ सकी है. सड़क जाम बन गया है कोढ़शहर के बंगाली बाजार में लगने वाली सड़क जाम अपनी चपेट में अब पूरे शहर को लेने लगी है. वाहन चालक हो या राहगीर सभी को परेशानी होती है. सहरसा से खुलने वाली ट्रेन की संख्या बढ़ रही है.
ऐसे में बंगाली बाजार समपार 31 ए पर फाटक भी ज्यादा गिरने लगा है. हर गिरते फाटक के बाद शहर महाजाम की चपेट में आ जाता है. सुनिए सरकारप्रभात खबर द्वारा शहर में ओवरब्रिज की मांग को लेकर आप पाठकों के सहयोग से बीते चार वर्षो में कई निर्णायक लड़ाई लड़ी गयी है.
जिसका परिणाम है कि अब निर्माण का अड़ंगा समाप्त होने लगा है. अब जरुरत है हम, आप व राज्य सरकार के सजग होने की. सड़क जाम से जुड़े अनुभव व तस्वीर हमसे साझा करे. फोन व व्हाट्सएप: 94318-07274फोटो- ओवरब्रिज 1 – बंगाली बाजार का वह भाग, जहां प्रस्तावित है ओवरब्रिज