सहरसा : शहरविधानसभा चुनाव चुनाव के शोर में आगामी महापर्व छठ की तैयारी अभी तक शुरू नहीं की गयी है. जबकि छठ घाटों की स्थिति बदहाल बनी हुई है. सरकारी तंत्र से लेकर जनमानस भी उदासीन बने हुए हैं. अन्य वर्षों की भांति न तो दुर्गा पूजा की धूम है न ही आने वाले छठ की तैयारी. यूं दुर्गा पूजा से पूर्व ही छठ घाटों की साफ-सफाई से लेकर निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिये जाते थे. लेकिन विधानसभा चुनाव की धमक के कारण ये काफी पीछे छूट गया है.
शहर के मध्य स्थित सुपर बाजार का पोखर छठ व्रतियों का केन्द्र रहा है. लेकिन यह पोखर प्रशासनिक उपेक्षा के कारण जहां सूख गया है. वहीं छठ व्रतियों के लिए बनायी गयी सीढ़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी है. पिछले वर्ष ही इस सीढ़ी में में बड़ी दरार पड़ गयी थी. लेकिन प्रशासन ने इसे दुरुस्त करना मुनासिब नहीं समझा.
इससे यह पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. इस पोखर पर शहर की एक बड़ी आबादी छठ मनाते आ रहे हैं. ऐसे में अगर समय रहते इसे दुरुस्त नहीं किया गया तो ये छठ व्रतियों के लिए जोखिम भरा होगा. यही हाल मत्स्य पोखर का भी है. पोखर में पानी तो है लेकिन जलकुंभी ने अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया है. ऐसे में इसकी साफ-सफाई अनिवार्य है. समय रहते शहर के अन्य पोखरों की मरम्मत के साथ साफ-सुथरा नहीं किया गया तो पुन:
इस वर्ष भी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता. मालूम हो कि पिछले वर्ष छठ घाट की सफाई करने के क्रम में शहर के सर्वाढ़ाला के निकट छह बच्चे की डूबने से मौत हो गयी थी. जिससे पूरा शहरी क्षेत्र शोक में डूब गया था. इसकी पुनरावृत्ति न हो इसके लिए तैयारी अभी से ही करनी होगी तैयारी. फोटो-घाट 13-सुपर मार्केट में बदहाल पड़ा छठ घाटफोटो-घाट 14- मत्स्य पोखर की कब शुरू होगी सफाई