पतरघट: गुरुवार को प्रभात खबर के अंक में ‘ पांच दिनों से आसीन का परिवार घर में है कैद’ शीर्षक से प्रकाशित खबर पर पुलिस कप्तान की नींद खुली और स्थानीय पुलिस कर्मियों को मौके पर भेज घर में बंद आसीन व उसके भाइयों को आजाद कराया. पहुंचे पुलिस कर्मियों ने मो सुभान द्वारा लगाये गये जाफरी को हटा कर उन्हें घर से बाहर निकलने का रास्ता दिया. साथ ही सुभान को उसकी जमीन के कागजातों के साथ शुक्रवार को ओपी पर बुलाया है.
ओपीध्यक्ष इजहार आलम ने बताया कि एसपी के आदेश पर त्वरित कार्रवाई की गयी एवं स्थायी समाधान के लिए रास्ता अतिक्रमित करने वाले मो सुभान सहित पीड़ित मो आसीन, मो शमसुल व मो सत्तार को जमरनी कागजातों के साथ थाने पर बुलाया गया है.
मामले के स्थायी निदान के लिए ग्राम कचहरी के सरपंच मदन कुमार झा, पैकस अघ्यक्ष मुकेश मिश्र, नवल किशोर चौधरी, कुंवर मिश्र, राजा मिश्र को भी बुलाया है. बता दें कि मो आसीन व उनके दो भाई पिछले पांच दिनों से अपने घर में कैद थे. पड़ोस के मो सुभान ने उनके घर से निकलने के मुहाने पर जाफरी खड़ी कर दी थी. जाफरी को लोगों की नजर से ओझल करने के लिए सामने एक फूस की झोपड़ी भी खड़ी कर दी थी. परेशान आसीन ने इस बात की शिकायत पहले सरपंच से फिर बाद में ओपीध्यक्ष को आवेदन देकर की थी. लेकिन किसी ने स्थायी समाधान की दिशा में कार्रवाई नहीं की. लिहाजा मजदूर आसीन के घर वालों का घर से निकलना बंद हो गया. उनके बच्चों का स्कूल व टय़ूशन जना छूट गया था. मजदूरी पर नहीं जा पाने के कारण उसकी रसोई की हालत भी चरमरा गयी थी. प्रभात खबर में छपने के बाद प्रशासन ने संज्ञान लिया और आसीन सहित उसके तीन भाइयों का परिवार आजाद हो सका.