सहरसा नगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व लोजपा नेता रामविलस पासवान अल्पसंख्यकों को वोट बैंक नहीं समझते हैं. जबकि महा गंठबंधन में शामिल लालू-नीतीश ने मुसलमानों को चुनाव के समय ही याद रखने का काम किया है.
यह बातें सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता में लोजपा अल्पसंख्यक सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ शाहनवाज अहमद कैफी ने कही. प्रदेश अध्यक्ष श्री कैफी ने कहा कि अल्पसंख्यक बिरादरी को प्रधानमंत्री ने कुरान के अलावा कंप्यूटर शिक्षा से भी जोड़ने का काम किया है. कैफी ने कहा कि आगामी विधानसभा व विधान परिषद के चुनाव में अल्पसंख्यक तथाकथित सेकुलर बनने का ढोंग रच रहे राजद-जदयू को करारा जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि मोदी राज में समाज के पिछड़े अल्पसंख्यकों की भलाई हो रही है.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष रामविलास पासवान स्वयं ही अकलियत समुदाय के हित के लिए चिंतित रहते हैं. उन्होंने कहा कि आगामी विधान परिषद चुनाव में लोजपा प्रत्याशी का सहरसा सीट से चुनाव लड़ना तय है. कहा कि गंठबंधन धर्म में सीटिंग सीट पर लड़ने का प्रावधान है. इस मौके पर मौजूद लोजपा के प्रदेश सचिव संजय पूर्वे ने कहा कि विधानसभा चुनाव में एनडीए राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनायेगी.