इस योजना के तहत 11 से 18 वर्ष तक के सात हजार किशोरी को पोषण, स्वास्थ्य व व्यवसायिक प्रशिक्षण का समुचित लाभ नहीं मिल रहा है़ आंगनबाड़ी केंद्र से प्रतिमाह दी जाने वाली टीएचआर का लाभ भी आवंटन के अभाव में नहीं मिल पाता है़ .
इस अवस्था में स्वस्थ आहार व जीवनशैली को स्वरूप देने तथा महिलाओं में चिरकालीन बीमारियों व भावी पीढ़ी में कुपोषण की स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से यह योजना चलायी गयी थी, लेकिन सरकार व विभागीय लापरवाही के कारण योजना दम तोड़ रही है़.