सहरसा (पतरघट) : बिहार के सहरसा में जम्हरा पंचायत के वार्ड तीन से बीते एक सप्ताह पूर्व अपहृत 8 वर्षीय नाबालिग छात्र को उसके चचेरे भाई ने ही डेढ़ लाख रुपये की फिरौती के लिए अपहरण कर लिया. जिसने रुपये मिलने के बाद बच्चे को परिजनों को सकुशल वापस कर दिया. लेकिन, मामले का खुलासा हो गया. जिसके बाद बच्चे के परिजनों एवं ग्रामीणों ने आरोपी चचेरे भाई को पकड़ कर पतरघट पुलिस के हवाले कर दिया.
पीड़ित पिता बिनोद यादव ने बताया कि हमारे नाबालिग बेटे राजकुमार यादव उर्फ लव कुश बीते 28 मई को अचानक घर से गायब हो गया. उसके बाद हमने अपने स्तर से खोजबीन की. लेकिन, पता नहीं चल सका तो पुलिस को गुमशुदगी का आवेदन देकर बरामदगी की गुहार लगायी. उसी दौरान हमको अपने भतीजा चंद्रभूषण यादव पर शक हुआ. जब हम भतीजा पर दबाव बनाये तो वह हमसे चार लाख रुपये फिरौती की मांग करने लगा तथा पटना में बच्चा दिये जाने की बात कहकर 30 मई तक घुमाते रहा. फिर हम 31 मई को निराश होकर परिजनों के सहयोग से भतीजा चंद्रभूषण यादव को पकड़कर घर लाये तथा उससे बातचीत कर डेढ़ लाख रुपये में सौदा तय कर लिया.
फिर 1 जून को सौरबाजार थाना क्षेत्र के खजुरी बस्ती से हमारे बच्चे को लाकर सौंप दिया. बरामद छात्र लव कुश ने परिजनों सहित पतरघट पुलिस को बताया कि चंद्रभूषण यादव द्वारा ही हमें अपहरण कर प्रताड़ित किया गया. घटना को सुनकर परिजनों द्वारा आरोपी चंद्रभूषण यादव को पकड़कर पतरघट पुलिस के हवाले कर दिया गया. घटना को सुलह करवाने के लिए दोनों पक्षों के बीच ओपी में स्थानीय लोगों द्वारा प्रयास जारी था.
इस बाबत ओपी प्रभारी अकमल हुसैन ने बताया कि अभी तक पीड़ित पक्षों के द्वारा लिखित आवेदन नहीं दिया गया है. आवेदन प्राप्त होते ही पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर गिरफ्तार चंद्रभूषण यादव को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जायेगा.

