सहरसा : 30 अप्रैल की सुबह मतदान को लेकर शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में काफी जागरूकता दिखी. सुबह छह बजे से ही लोग मतदान शुरू होने का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान महिषी विधानसभा के सत्तरकटैया प्रखंड के सिसई, सपटियाही में सुबह के दस बजे तक मतदान की रफ्तार धीमी रही. वहीं क्षेत्र के सिहौल, बिहरा व पंचगछिया में मतदान की गति तेज रही.
बूथ पर सुरक्षा बलों की पर्याप्त व्यवस्था की गयी थी, लेकिन सड़कों व टोलों में पुलिस की गश्त नहीं दिखी, जबकि आयोग के निर्देशानुसार इन रूटों पर चीता व बाइक दस्ते की व्यवस्था की गयी थी. सबसे हैरत की बात यह रही की कोसी का दियारा क्षेत्र जलई ओपी क्षेत्र के विभिन्न गांवों में घुड़सवार दस्ता कहीं नजर नहीं आया, जबकि मकई की बढ़ती फसल विधि व्यवस्था के लिए परेशानी का सबब बन सकती थी. जलई के सुदूर क्षेत्र में बूथों के अलावा बघवा स्कूल के समीप सब इंस्पेक्टर नीतेश कुमार गश्ती करते नजर आये. मतदान के बीच-बीच में बूथ लूटने की अफवाह भी फैलती रही. चुनाव का खास पहलू यह रहा कि महिषी विधानसभा में पुरुष से अधिक महिलाओं ने मतदान में हिस्सा लिया, जिसमें अल्पसंख्यक क्षेत्र की महिलाएं एवं लड़कियों ने भी बढ़-चढ़ कर मतदान में हिस्सा लिया.