सासाराम : पहले भी सासाराम कोर्ट परिसर व उसके आस पास कई बार बम विस्फोट हो चुका है. 2003 से ले कर 13 जुलाई, 2016 तक बम विस्फोट की लगभग आधा दर्जन घटनाएं हो चुकी हैं. इसमें दर्जनों लोग घायल हुए हैं. वर्ष 2003 में निवर्तमान जिला पार्षद सुदामा यादव को टारगेट कर बम विस्फोट किया गया था. साइकिल में बम बांध कर विस्फोट कराया गया था. हालांकि उस विस्फोट में पार्षद बच गये थे.
दूसरी घटना में 2004 में एक अधिवक्ता को निशाना बना कर बम विस्फोट किया गया था. इसमें अधिवक्ता तो बच गये, लेकिन तीन लोग घायल हाे गये थे. तीसरी सबसे बड़ी घटना, 2006 में कोर्ट हाजत परिसर में हुई थी. अपराधी बम विस्फोट कर छह कुख्यात अपराधियों को भगाने में सफल हुए थे. इसी तरह 2008-2009 व 2011 में बम विस्फोट की घटना हुई थी. सभी विस्फोटों में दो तीन लोग घायल हो गये थे.
इसी वर्ष 13 मार्च, 2016 में बाइक की डिक्की में रखे बम का विस्फोट हुआ था. इसमें विजय सिंह घायल हो गया था. लिपिक अपने बाइक के डिक्की में विस्फोटक रखा था. जो दबाव पड़ने पर ब्लास्ट कर गया था. इसमें एक बच्ची भी घायल हुई थी.