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रोहतास में अगर होगा चमकी बुखार, तो पटना करेगा पुष्टि

सासाराम नगर : जिले में अगर किसी बच्चे की मौत चमकी बुखार से हुई, तो इसकी पुष्टि पटना में फौरेसिंक लैब करेगा. मंगलवार को नौहटा प्रखंड मुख्यालय स्थित हरना गांव निवासी रामलखन चेरो के पांच वर्षीय बेटे सन्नी कुमार की मौत के बाद डीएम के निर्देश पर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कर उसके मस्तिष्क के […]

सासाराम नगर : जिले में अगर किसी बच्चे की मौत चमकी बुखार से हुई, तो इसकी पुष्टि पटना में फौरेसिंक लैब करेगा. मंगलवार को नौहटा प्रखंड मुख्यालय स्थित हरना गांव निवासी रामलखन चेरो के पांच वर्षीय बेटे सन्नी कुमार की मौत के बाद डीएम के निर्देश पर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कर उसके मस्तिष्क के ग्रे मैटर को जांच के लिए पटना फौरेसिंक लैब भेजा गया. जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि बच्चे की मौत कैसे हुई थी.

जांच रिपोर्ट कितने दिन बाद मिलेगी, तो इसकी जानकारी जिले के किसी अधिकारी के पास नहीं है. कहने के लिए चमकी बुखार को लेकर सरकार के निर्देश पर सदर अस्पताल हाइ अलर्ट पर है. जबकि, जानकार बताते हैं कि पूरे बिहार में चमकी बुखार की जांच करने की कोई व्यवस्था नहीं है.
चमकी बुखार से निबटने के लिए कोई स्पेशल दवा भी सदर अस्पताल में उपलब्ध नहीं है. चमकी बुखार होने पर साधारण बुखार की दवा ही पीड़ितों को दी जायेगी. नौहटा में बच्चे की मौत होने के बाद लोग काफी सतर्क हो गये हैं. लेकिन, एक डर है कि कहीं किसी बच्चे को चमकी बुखार हो गया तो क्या होगा. इस रोग का तो प्रदेश में कहीं इलाज ही नहीं हैं.
प्रशासन इससे बचने के लिए अभी तक कोई गाइडलाइन भी जारी नहीं किया है. चमकी बुखार संक्रमित रोग है, इसका संक्रमण तेजी से फैलता है. अगर किसी एक बच्चे को चमकी बुखार हुआ, तो तेजी से अन्य बच्चों को भी अपनी चपेट में ले लेता है. इसकी पुष्टि मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से हो रही बच्चों की मौत से हो चुकी है. इससे निबटने के लिए अस्पताल प्रशासन किस तरह कि रणनीति पर काम करेगा यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है. चमकी बुखार से निबटने के लिए पुराने ढर्रे की ही बात हो रही है.
क्या कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक
नौहट्टा में मंगलवार को बच्चे की मौत के बाद पोस्टमार्टम के बाद उसके मस्तिष्क के ग्रे मैटेरियल को जांच के लिए पटना फौरेसिंक लैब भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी. सासाराम में इस रोग कि जांच व इसका कोई स्पेशल दवा उपलब्ध नहीं है. अस्पताल प्रशासन पूरी तरह हाइ अलर्ट पर है. अगर किसी बच्चे को साधारण बुखार भी होता है, तो तत्काल उसे सदर अस्पताल ले आये या किसी अच्छे चिकित्सक से दिखाएं. डरने की जरूरत नहीं है. पूरा प्रशासन इसके लिए मुस्तैद है.
डाॅ केएन तिवारी, डीएस, सदर अस्पताल, सासाराम
चमकी बुखार होने के क्या हैं लक्षण
चमकी बुखार में अचानक तेज बुखार होता है, सिर में तेज दर्द, शरीर में एठन और फरका के मरीज की तरह बच्चे हरकत करते हैं. देखते ही देखते बच्चा बेहोश हो जाता है. इसके बाद भी बच्चे को चमकी बुखार हुआ है इसकी पुष्टि चिकित्सक नहीं कर सकते हैं.
पीड़ितों की सहायता के लिए सबल की टीम रवाना
सासाराम शहर. बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से जुझ रहे बच्चों की सहायता के लिए जिले की संस्था सबल की टीम मंगलवार को विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुई. संस्था के लोगों के कहा कि संस्था की चर्चित फेसबुक आइडी सासाराम की गलीया से मुजफ्फरपुर की स्थिति से शहर के लोगों को रुबरु कराया जा रहा है. वहीं, हर सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने वाली इस संस्था को शहर के लोगों ने काफी आर्थिक मदद की है, जिससे पीड़ितों के लिए ग्लूकोज, बिस्कुट, ओआरएस एवं इलेक्ट्रॉल आदि भेजी गयी है. संस्था ने सहयोग करने वाले लोगों को साधुवाद दिया है.

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