सासाराम सदर लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत जिले को खुले में शौच से मुक्ति के लिए जिला प्रशासन ने अपनी ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दी है. जिले के लोगों को ओडीएफ के प्रति जागरूक करने के लिए प्रशासन एक से बढ़ कर एक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. ओडीएफ कर्मचारियों द्वारा गांधी जी के वेश में जाकर शौचालय निर्माण व स्वच्छता के प्रति कई जानकारियां दी गयी. हर पंचायत के गांवों में गांधी के वेश में गांधीगिरी कर लोगों को ओडीएफ के प्रति जागरूक किया गया. लेकिन, अब प्रशासन गांधीगिरी को छोड़ दंडात्मक कार्रवाई करने की तैयारी में है. डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि गांधीगिरी से लोग खुलें में शौच करने से नहीं सुधर रहे हैं, तो अब दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी. एक जुलाई से खुले में शौच करते पकड़े जाने वाले लोगों पर एक हजार रुपये जुर्माना सहित बाहर हजार रुपये प्राप्त शौचालय की सहायता राशि को वापस लिया जायेगा.
21 को होंगी 97 पंचायतें खुले में शौचमुक्त : डीएम ने बताया कि 21 जून को वर्षगांठ के रूप में मनाया जा रहा हैं. इसमें जिले में 97 पंचायत को ओडीएफ घोषित किया जायेगा. 65 पंचायत पहले ही ओडीएफ हो चुका है. यानी 21 जून को जिले के कुल 159 पंचायत ओडीएफ घोषित हो जायेगा. शेष पंचायतों में युद्ध स्तर से कार्य हो रहा है.