पूर्णिया : समाज कल्याण विभाग के तत्वावधान में बिहार में सबसे पहले पूर्णिया में परवरिश योजना का शुभारंभ किया गया. परवरिश योजना की शुरुआत शनिवार को समाज कल्याण विभाग के सचिव रंजीत पूनहानी ने दीप प्रज्वलित कर की. इस मौके पर जिले के विभिन्न प्रखंडों के कुल 290 बच्चों को पालन-पोषण के लिए अनुदान भत्ता दिया गया.
देश की यूनिक योजना : स्थानीय कला भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाज कल्याण विभाग के मुख्य सचिव रंजीत पूनहानी ने परवरिश योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि गरीब व अनाथ बच्चे, जो अपने निकटतम संबंधी अथवा रिश्तेदार के साथ रह रहे हैं, उनमें परवरिश योजना के तहत शून्य से छह वर्ष तक के बच्चों को नौ सौ व छह से 18 वर्ष के बच्चों को एक हजार रुपये प्रतिमाह पालन-पोषण के लिए देने की योजना है.
सचिव श्री पूनहानी ने कहा कि परवरिश योजना देश की यूनिक योजना है. इसकी शुरुआत बिहार में सबसे पहले पूर्णिया से हो रही है. उन्होंने पूर्णिया के डीएम मनीष कुमार वर्मा के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि डीएम ने बहुत ही कम समय में इस महत्वपूर्ण योजना को लांच किया है. इसके लिए डीएम बधाई के पात्र हैं.
अन्य जिले करें शुरुआत
समाज कल्याण सचिव ने कहा कि अन्य जिलों के डीएम पूर्णिया के डीएम से विचार-विमर्श कर अपने-अपने जिले में इस योजना की शुरुआत करें. इस मौके पर पूर्णिया के डीएम मनीष कुमार वर्मा ने अनाथ बच्चों के साथ कोई भेदभाव नहीं कर पारिवारिक माहौल में पालन-पोषण के साथ-साथ पढ़ाई-लिखाई कराने की अपील लोगों से की. उन्होंने कहा कि यदि इन बच्चों से मजदूरी करायी गयी, तो परवरिश योजना से वंचित कर दिया जायेगा.
कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग के निदेशक इमामुद्दीन अंसारी, यूनिसेफ के मंसूर कादरी, समाज कल्याण विभाग के डीपीओ आनंद प्रकाश ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में बायसी के एसडीओ सुनील कुमार, बनमनखी एसडीओ मनोज कुमार, धमदाहा एसडीओ कमलेश कुमार सिंह, डीपीआरओ विशुन देव मंडल, जिले के तमाम सीडीपीओ, सेविका, पर्यवेक्षिका उपस्थित थी.