10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सब्जी की खेती से तफेजुल किसानों में बांट रहे हैं समृद्धि

सब्जी की खेती से तफेजुल किसानों में बांट रहे हैं समृद्धि जलालगढ़. बेरोजगारी का दंश झेल रहे एक साधारण व्यक्ति अपने सकारात्मक सोच के बल पर क्षेत्र में प्रेरणास्रोत बन गये. मजदूरी करने वाले तफेजुल दो जिले के आस-पास के गांवों में किसानों की जिंदगी को नयी राह दिखा रहा हैं. किसान उससे सब्जी की […]

सब्जी की खेती से तफेजुल किसानों में बांट रहे हैं समृद्धि जलालगढ़. बेरोजगारी का दंश झेल रहे एक साधारण व्यक्ति अपने सकारात्मक सोच के बल पर क्षेत्र में प्रेरणास्रोत बन गये. मजदूरी करने वाले तफेजुल दो जिले के आस-पास के गांवों में किसानों की जिंदगी को नयी राह दिखा रहा हैं. किसान उससे सब्जी की खेती के गुर सीख कर समृद्धि की उड़ान भर रहे हैं.किसान सीख रहे हैं खेती के गुरतफेजुल क्षेत्र के संदलपुर गांव में सब्जियों की उन्नत किस्म की खेती करता है, और गांव के किसानों को खेती के गुर भी बताता है. इन दिनों उसके खेत में शिमला मिर्च व ब्रोकली (गोभी के किस्म) जैसी सब्जियां भी है. संदलपुर गांव के तफेजुल से गुर सीख प्रखंड क्षेत्र के मतियारपुर, बथना, बिजुलिया, सरसौनी, पनखौवा, निजगेहूंवा, रेलवे टोल,अररिया जिले के मिर्जापुर, पैकटोला, गैरा, मटियारी, लोदीपुर, शफेपुर, चातर, तिरहुत बिट्टा आदि नजदीक के क्षेत्रों में किसान सब्जियों की उन्नत किस्मों की खेती करते हैं.दलदल जमीन में खेती कर बना सबल यह क्षेत्र कोसी की पूर्व धाराओं की गोद में बसा है. एक समय यहां की दलदली जमीन व चाप-चौन्ह वाला इलाका रहने की वजह से लोग यहां बसना भी नहीं चाहते थे. जाहिर है कि तफेजुल के पूर्वज भी किसी बेबसी में ही यहां बसे होंगे. परंतु अब यह बेबसी सबल सी बन गयी है. तफेजुल पूर्व में प्लाई उद्योग में मजदूरी किया करता था. परिवार के भरण-पोषण में परेशानी को झेलते हुए अधिक आमदनी के लिए दिल्ली काम करने के लिए जाना पड़ा. दिल्ली का नाला बना प्रेरणास्रोतबताया कि दिल्ली के झुग्गी के किनारे गंदे पानी का नाला था. इसके किनारे बित्ते भर जमीन पर लोगों ने सब्जियां लगा रखी थी, जिससे उन लोगों को अच्छी आमदनी होती थी. इस खेती से प्रभावित होकर तफेजुल गांव वापस आया और सब्जी की खेती शुरुआत कर दी. उस समय इस क्षेत्र में पारंपरिक खेती होती थी और उसने गैर पारंपरिक खेती पर ध्यान दिया. क्षेत्र के किसान उसे मना भी किया, परंतु कुछ कर गुजरने की जुनून के आगे सब की बात को फीका कर दिया. आज तफेजुल पूर्णिया और अररिया जिले के इन क्षेत्रों में उन्नत सब्जी की खेती करने वाला किसान बन गया है. शिमला मिर्च व ब्रोकली से बनायी पहचानअभी शिमला मिर्च व ब्रोकली तथा गरमी के दिनों खीरा व ककड़ी यहां से नजदीक के मंडियों में मिनी ट्रक भर भेजा जाता है. वह खेतों में जैविक व कंपोस्ट खाद डालने को किसानों से कहता है. इन दिनों गांव के कई किसान तफेजुल के रास्ते पर चल निकला है. तफेजुल बताते हैं कि इसमें उसके बड़े भाई महफूज जो बीज व कीटनाशक की दुकान चलाते है, उसका हमेशा काफी सहयोग रहा है. फोटो: 17 पूर्णिया 8परिचय-खेत में लगी सब्जी के साथ किसान

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें