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पूर्वोत्तर बिहार का सपना हुआ साकार मेडिकल कॉलेज ले रहा है आकार
पूर्णिया : कोसी-सीमांचल ही नहीं पूर्वोत्तर भारत व पड़ोसी देश नेपाल का पूर्णिया में मेडिकल कॉलेज खुलने का सपना अब साकार होने लगा है. महाशिवरात्रि के दिन सोमवार को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि पूजन के साथ-साथ आधारशिला रख कर इस इलाके के लोगों को उन्नत चिकित्सा सेवा […]
पूर्णिया : कोसी-सीमांचल ही नहीं पूर्वोत्तर भारत व पड़ोसी देश नेपाल का पूर्णिया में मेडिकल कॉलेज खुलने का सपना अब साकार होने लगा है. महाशिवरात्रि के दिन सोमवार को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि पूजन के साथ-साथ आधारशिला रख कर इस इलाके के लोगों को उन्नत चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने का नया अध्याय शुरू कर दिया.
इससे कोसी, सीमांचल ही नहीं बल्कि नेपाल, पश्चिम बंगाल के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है. 365.58 करोड़ की लागत से बनने वाली इस मेडिकल कॉलेज में 113.40 करोड़ केंद्र का अंश होगा,जबकि राज्य का अंश 252.18 करोड़ होगा.
नौ नये मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर का होगा निर्माण
इस मेडिकल में अत्याधुनिक उपकरणों से लैस नौ नये ऑपरेशन थियेटरों का निर्माण किया जायेगा.जिसमें विभिन्न रोगों का ऑपरेशन किया जायेगा. साथ ही 50 बेड का भव्य आइसीयू का निर्माण किया जायेगा. ट्रॉमा सेंटर,सिटीस्कैन सेंटर सहित 21 विभागों की स्थापना की जायेगी.
जो चिकित्सा जगत के लिए इस इलाके में क्रांति साबित होगा.इस प्रकार 300 बेड के सदर अस्पताल को 600 बेड वाली मेडिकल कॉलेज में उत्क्रमित करने की कवायद शुरु हो चुकी है.
ऐतिहासिक पल के साक्षी बने हजारों लोग
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राजकीय मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी जा रही थी. उस पल का साक्षी बनने के लिए सदर अस्पताल में लोगों का जन सैलाव उमड़ पड़ा था. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय दोपहर के 3.25 में सदर अस्पताल स्थित कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. जहां उनका गाजे बाजे के साथ स्वागत किया गया.
ठीक 3.30 बजे स्वास्थ्य मंत्री ने शिलापट्ट का अनावरण करते हुए अपने हाथों से मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी. इसके बाद मंत्री सीधे मंच पर पहुंचे. जहां आगत अतिथियों को शॉल, बूके प्रदान कर सम्मानित किया गया.
उसके बाद सभी अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का आगाज किया गया. हांलाकि कार्यक्रम के लिए भव्य पंडाल बनाया गया था. जिसमें दो हजार लोगों के बैठने के लिए व्यवस्था की गयी थी. कार्यक्रम में भीड़ का आलम यह था कि जितने लोग कुर्सी पर बैठे थे,उतने ही लोग खड़े होकर कार्यक्रम को देख रहे थे.
पूर्णिया ही नहीं सीमांचल के लिए महत्वपूर्ण दिन
डीएम प्रदीप कुमार झा ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन पूर्णिया ही नहीं सीमांचल के लिए महत्वपूर्ण दिन है. मेडिकल कॉलेज की स्थापना से यह क्षेत्र चिकित्सा सेवा में और भी विकसित होगा. यहां मॉडल लेबर रूम की स्थापना से संस्थागत प्रसव में वृद्धि हुआ है. सबों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्य क्रम का शुभारंभ किया.
शहर के अंदर नया शहर बसेगा, बाजार का होगा विस्तार
मेडिकल कॉलेज में प्रति वर्ष 100 एमबीबीएस डॉक्टर तैयार होगे. 519 डॉक्टर के छात्र-छात्राएं, रेसिडेंट डॉक्टर, 100स्टाफ फैकल्टी सहित कुल दो हजार के आस-पास नये लोग यहां सेवा देंगे और लेंगे.
दो हजार से अतिरिक्त लोगों के बढ़ने से यहां के बाजारों की रौनक भी बढ़ेगी. साथ ही इस मेडिकल कॉलेज से पूर्णिया की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति बढ़ने की संभावना है. इसके साथ ही 200 बेड का धर्मशाला भी तैयार की जायेगी. जिसमें मरीजों के परिजन यहां रह कर मरीजों की देखरेख कर सकेंगे.
इसलिए जरूरी था पूर्णिया में मेडिकल कॉलेज
पूर्वोत्तर भारत सहित कोसी,सीमांचल व पड़ोसी देश नेपाल के मरीजों के लिए पूर्णिया एक विशाल मेडिकल हब के रूप में विकसित हुआ है. यहां रोजाना 10 हजार से अधिक मरीज पूर्णिया में इलाज की उम्मीद लेकर आते हैं.
अमीर तबके के मरीजों को यहां के निजी नर्सिंग होम में बेहतर सुबिधा मिल जाती थी, लेकिन गरीब व मध्यम वर्गीय मरीजों के लिए इलाज महंगी होने के कारण उन्हें सदर अस्पताल से सीधे भागलपुर, पटना व सिलीगुड़ी की दौड़ लगानी पड़ती थी.
आने जाने के क्रम मरीजों के हाथ से गोल्डन टाइम समाप्त हो जाता था. जिससे जाने अनजाने में मरीज की मौत हो जाती थी.यहां राजकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना से अमीर,गरीब सहित सभी तबके के मरीजों के लिए महंगी से महंगी इलाज संभव हो गया है.
पूर्णिया की चिर-प्रतीक्षित मांग हुई पूरी
सोमवार को पूर्णिया में राजकीय मेडिकल कॉलेज के भूमि पूजन के मौके पर सांसद संतोष कुमार कुशवाहा ने कहा कि पूर्णिया की चिर-प्रतिक्षित मांग आज पूरी हो गयी. मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखने के बाद पूर्णिया के लिए आज का दिन ऐतिहासिक हो गया.
सरकार ने इसे तैयार करने के लिए तीन वर्ष का समय सीमा दिया है,लेकिन हमें उम्मीद है कि यह कार्य ढाई वर्षों में पूरा हो जायेगा. सांसद कुशवाहा ने कहा कि पूर्णिया में वायु सेवा की शुरुआत वर्ष 2019 के अंत तक हो जाने की संभावना है.
इस मौके पर विधान पार्षद दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना से पूर्णिया में चिकित्सा सेवा के साथ-साथ अन्य सेवाओं की संभावनाएं बढ़ गयी है. इसके स्थापना के साथ शहर का रहन सहन, व्यापार, शिक्षा आदि का भी विकास होने की संभावना बढ़ गया है.
सदर विधायक विजय खेमका ने कहा कि पूर्णिया को जिस-जिस चीजों की आवश्यकता थी, एनडीए की सरकार ने पूर्णिया को दिया. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से मांग की कि इस मेडिकल कॉलेज का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से किया जाये.
उन्होंने कहा कि यहां इंसिलेटर की आवश्यकता है,वह शीघ्र लगाया जाये. उन्होंने कहा कि एम्स की स्थापना पूर्णिया में ही हो. इस मौके पर जिला परिषद् अध्यक्ष क्रांति सिंह ने कहा कि अब मेडिकल कॉलेज का सपना तो शीघ्र साकार हो जायेगा, लेकिन रुपौली रेफरल अस्पताल की जर्जरता पर ध्यान देने की जरूरत है. मेयर सबिता सिंह ने कहा कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना से क्षेत्र में खुशी की सौगात मिली है.
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