वर्षों का इंतजार खत्म. बहुरेंगे गुलाबबाग इस्ट-वेस्ट चौराहे के दिन
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रोशन होगा इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर खुले में शौच से मिलेगी मुक्ति
वर्षों का इंतजार खत्म. बहुरेंगे गुलाबबाग इस्ट-वेस्ट चौराहे के दिन गुलाबबाग चौराहे के दिन बहुरने वाले हैं. भौगोलिक और कारोबारी दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण इस चौराहे पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव अब समाप्त होने वाला है. यहां रोशनी, शौचालय और पेयजल को लेकर इंतजार के दिन अब शीघ्र ही खत्म हो जायेंगे. पूर्णिया : गुलाबबाग […]
गुलाबबाग चौराहे के दिन बहुरने वाले हैं. भौगोलिक और कारोबारी दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण इस चौराहे पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव अब समाप्त होने वाला है. यहां रोशनी, शौचालय और पेयजल को लेकर इंतजार के दिन अब शीघ्र ही खत्म हो जायेंगे.
पूर्णिया : गुलाबबाग के इस्ट-वेस्ट चौराहे के दिन बहुरने वाले हैं. भौगोलिक और कारोबारी दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण इस चौराहे पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव अब समाप्त होने वाला है. यहां रोशनी, शौचालय और पेयजल को लेकर इंतजार के दिन शीघ्र ही खत्म हो जायेंगे. यह सब कुछ हुआ तो रोशनी से जगमगायेगा इस्ट-वेस्ट चौराहा और यहां शौचालय के साथ साथ शुद्ध पेयजल की सुविधा भी उपलब्ध होगी. जाहिर है कि बीते पांच वर्षों का इंतजार खत्म हो जायेगा.
दरअसल सांसद संतोष कुशवाहा के सांसद कोष से इस चौराहे पर इाइमास्ट लाइट लगाने की कवायद शुरू की गयी है. वहीं नगर निगम के बोर्ड की बैठक में जीरोमाइल में मॉडल शौचालय निर्माण के फैसले पर भी मुहर लग चुकी है. इसके अलावा स्वच्छता अभियान के तहत सरकार ने पेट्रोल पंपों को शौचालय और यूरिनल की मुकम्मल व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. दूसरी तरफ नल-जल योजना के तहत जीरोमाइल में शुद्ध पेयजल के लिए मिनी वाटर टंकी लगाने को लेकर प्रशासनिक कवायद तेज हो गयी है. गौरतलब है कि प्रभात खबर द्वारा लंबे समय से इस्ट-वेस्ट कॉरीडोर पर जनसुविधाओं के अभाव का मामला उठाता रहा है.
वर्ष 2008 से लगातार उठते रहे हैं सवाल
इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर पर फोर लेन निर्माण के समय जीरोमाइल में मौजूद सुलभ शौचालय सड़क चौड़ीकरण को लेकर तोड़ दिया गया था. सड़क जब इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर में बदला तो अावागमन भी बढ़ा. मालवाहक गाड़ियों से लेकर यात्री बसों की संख्या में भी इजाफा हुआ. असम से दिल्ली तक एक सूत्र में बंध गया. हर रोज हजारों की भीड़ इस चौराहे पर मौजूद रहने के बावजूद शौचालय और यूरिनल का अभाव खुले में शौच को लोगों को विवश करता रहा. अब जा कर इस मामले में कवायद तेज हुई है.
प्रतीक्षालय की है यहां जरूरत
जीरोमाइल चौराहे से हर रोज करीब 100 से अधिक यात्री बसों का परिचालन होता है. जिससे व्यापारी किसान, खरीदार व आम आदमी सफर करते हैं. अधिकांश बसे रात्रि सेवा की है, जो रात 10 बजे से सुबह से 04 बजे तक यहां पहुंचती है. जिससे सफर करने वालों में महिला-पुरुष सभी शामिल रहते हैं. देर रात यहां उतरने व बस पकड़ने वालों के लिये प्रतीक्षालय नहीं रहने से सड़क किनारे खड़ा रहना यात्रियों की मजबूरी होती है.
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