पूर्णिया : केनगर प्रखंड के चर्चित अगस्त नगर की जमीन पर एक बार फिर अवैध कब्जाधारियों की नजर है. परोरा एवं गणेशपुर पंचायत के कई टोलों में अवैध तरीके से जमीन कब्जा करने की योजनाएं बनायी जा रही हैं. अगस्त नगर की जमीन खाली कराने के मामले में जेल गये कई लोग छूट कर बाहर […]
पूर्णिया : केनगर प्रखंड के चर्चित अगस्त नगर की जमीन पर एक बार फिर अवैध कब्जाधारियों की नजर है. परोरा एवं गणेशपुर पंचायत के कई टोलों में अवैध तरीके से जमीन कब्जा करने की योजनाएं बनायी जा रही हैं. अगस्त नगर की जमीन खाली कराने के मामले में जेल गये कई लोग छूट कर बाहर आ गये हैं
. हालांकि इस मामले का चर्चित चेहरा परोरा का नवीन महतो केनगर के प्रज्ञा विहार जमीन विवाद में जेल में बंद है. कहा जाता है कि परोरा की एक महिला द्वारा स्थानीय लोगों को गोलबंद किया जा रहा है. इन लोगों से जमीन दिलाने के लिए राशि की भी वसूली की जा रही है. परोरा पंचायत के पोखरिया टोला एवं हर्दिया टोला तथा गणेशपुर पंचायत के डहरिया संथाल टोला सहित पासवान टोला में जमीन दिलाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति से अग्रिम 500 रुपये लिये जा रहे हैं. इस कार्य में परोरा में रह रही सबूतर की एक महिला सक्रिय है.
बन रही है कब्जे की योजना : स्थानीय लोगों की मानें तो पोखरिया टोला में अवैध तरीके से जमीन कब्जा करने की योजना बनायी जा रही है. अगस्त नगर मामले में जेल गये केसी पासवान, भागवत सिंह, उमेश सिंह आदि अब जेल से बाहर आ चुके हैं. जबकि बताया जाता है कि पूरे मामले की मॉनिटरिंग जेल में बंद नवीन महतो कर रहा है. कोर्ट में पेशी के दौरान नवीन महतो से ऐसे लोगों की लगातार मुलाकात हो रही है. कब्जा की योजना बना रहे लोग जमीन कब्जा के लिए लोगों को उकसा रहे हैं.
इधर कुछ दिनों पूर्व परोरा के एक किसान जिनकी डहरिया में जमीन है, उनसे पांच लाख रुपये रंगदारी की मांग की गयी थी. इस आशय का आवेदन उक्त किसान ने एसपी को दिया और कार्रवाई की गुहार लगायी. आवेदन में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि केसी पासवान एवं निर्मल पासवान द्वारा यह धमकी दी गयी है कि अगर वह पांच लाख रुपये नहीं देंगे तो उनकी 10 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया जायेगा.
किसानों की बढ़ी चिंता : अवैध कब्जा करने वालों की सक्रियता से स्थानीय किसान चिंतित हैं. यहां परोरा के अन्य किसानों की भी जमीन है, जो डर से जमीन की जुताई करने खेत नहीं जा रहे हैं. बताया जाता है कि परोरा के अन्य आधे दर्जन किसान भी इस मामले में जिलाधिकारी एंव एसपी को शीघ्र आवेदन सौंपेंगे. परोरा के बसदेव स्थित शुवलेंद्र नारायण चौधरी के 10 एकड़ जमीन पर करीब सात वर्षों से कब्जाधारियों ने घर बना रखा है. परोरा चौक स्थित अमलेंद्र नारायण चौधरी की पांच बीघा जमीन पर भी कब्जाधारियों ने कब्जा कर लिया था.
तब चर्चित रहा था अगस्त नगर कांड
करीब चार वर्ष पूर्व परोरा स्थित अगस्त नगर लोगों में चर्चा का विषय रहा था. मिलिया ट्रस्ट की करीब 100 एकड़ जमीन पर सैकड़ों भूमि कब्जाधारियों ने तीर-धनुष के बल पर कब्जा कर लिया और घर बना कर परिवार के साथ रहने लगे. चूंकि यह जमीन 15 अगस्त 2013 को कब्जा किया गया था, इसलिए इसका नाम अगस्त नगर रख दिया गया था. अगस्त नगर के अलावा डहरिया, परोरा चौक एवं पूर्णिया-सहरसा मार्ग स्थित केनगर के परोरा के निकट भी किसानों की जमीन पर कब्जाधारियों ने झोंपड़ी बना लिया था. तब अगस्त नगर कांड प्रशासन के लिए चुनौती साबित हुआ था. लेकिन तत्कालीन जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा व एसपी अजीत कुमार सत्यार्थी ने मामले को गंभीरता से लिया और बड़ी संख्या में पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति कर कार्रवाई की गयी और अगस्त नगर को खाली करवाया गया था.