पूर्णिया : प्रतिबंधित सल्फर की मंगलवार की देर शाम गुलाबबाग से बरामदगी के बाद शहर में सल्फर से जुड़ी कई बातें सामने आ रही है. हालांकि सल्फर की बरामदगी के बाद से ही सल्फर के राजदारों के पैरोकार मौके पर ही अपनी जुगत अधिकारियों से बिठाने में जुटे थे. दरअसल सल्फर का कारोबार व उसका […]
पूर्णिया : प्रतिबंधित सल्फर की मंगलवार की देर शाम गुलाबबाग से बरामदगी के बाद शहर में सल्फर से जुड़ी कई बातें सामने आ रही है. हालांकि सल्फर की बरामदगी के बाद से ही सल्फर के राजदारों के पैरोकार मौके पर ही अपनी जुगत अधिकारियों से बिठाने में जुटे थे. दरअसल सल्फर का कारोबार व उसका उपयोग करने वालों का नेटवर्क सामाजिक स्तर से लेकर राजनीतिक गलियारों तक बेहद मजबूत है. यही वजह है कि छोटी-बड़ी करीब पांच बोरियों में सल्फर की बरामदगी के बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है.
सूत्रों की मानें तो जिस गोदाम के शेड में सल्फर की बरामदगी हुई है, वहां बीते एक दशक से सल्फर और अन्य ज्वलंत केमिकल का कारोबार होता रहा है और किसी को कानोंकान इसकी खबर नहीं थी. इस बरामदगी में बड़ी बातें तो यह है कि गोदाम मालिक सूरजमल सोनी द्वारा पुलिस व अधिकारियों के समक्ष अनभिज्ञता जाहिर कर किराये पर गोदाम देने की बात कही जा रही है.
बारीकी से हो जांच तो खुलेंगे राज : शहर में यह चर्चा जोरों पर है कि सल्फर के कारोबार से जुड़े कारोबारी बीते एक दशक से इस कारोबार से जुड़े हैं. केवल सल्फर ही नहीं नौसादर और अन्य केमिकल की खेप भी इनके द्वारा झारखंड और यूपी से मंगायी जाती रही है. सूत्र बताते हैं कि एक दशक पहले इस सोनी एंड संस के गोदाम में सुपारी की चमक बढ़ाने के लिए सल्फर का उपयोग किया जाता था. पिछले करीब एक वर्ष से यहां धनिया में चमक बढ़ाने के लिए सल्फर व अन्य केमिकल का उपयोग किया जा रहा था. सूत्रों की मानें तो अगर प्रशासन बरामद सल्फर और उससे जुड़े लोगों तथा उसके कारोबार की बारीकी से जांच करें तो कई छिपे राज भी परदे से बाहर आ सकते हैं.
नेपाल, बंगाल, यूपी और झारखंड से जुड़े हैं तार : सूत्र बताते हैं कि सल्फर के तार पश्चिम बंगाल, झारखंड, यूपी से लेकर नेपाल तक जुड़े हैं. गुलाबबाग में बरामद सल्फर को लेकर सूत्रों का कहना है कि यह तो महज एक बानगी है. सल्फर के कारोबारी सल्फर को खुद के दो नंबरी कारोबार के अलावा इसकी सप्लाई नेपाल में भी करते हैं.
मची रही हलचल
गुपचुप तरीके से गुलाबबाग के हांसदा स्थित सोनी एंड संस के इस गोदाम में चल रहे सल्फर के दो नंबरी कारोबार का खुलासा तब हुआ, जब अचानक सल्फर के एक बोरे से धुआं निकलने लगा. सल्फर के जहरीली धुएं से आसपास के घरों में रहने वालों के आंखों में जब जलन होने लगी तो हलचल मची और प्रशासन को सूचना दी गयी. जिला प्रशासन की टीम के साथ पहुंची सदर थाना पुलिस की टीम ने छानबीन शुरू की तो एक शेड से प्लास्टिक की पांच बोरियों में सल्फर बरामद हुआ और सल्फर के खेल का परदाफाश हो पाया.