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पूर्णिया : राजनीतिक महत्वाकांक्षा में पत्नी ने करायी पति की हत्या
पूर्णिया : रूपौली थाना कांड संख्या 284/16 का पुलिस ने सफल उद्भेदन कर लिया है. थाना क्षेत्र के ग्वालपाड़ा निवासी गांधी सिंह की हत्या में बतौर षड्यंत्रकर्ता उनकी पत्नी रिंकू देवी शामिल थी. उसने इस काम के लिए अपने ममेरे भाई टीकापट्टी के मंगल सिंह के माध्यम से सुपारी कीलर धमदाहा के योगेंद्र प्रसाद को […]
पूर्णिया : रूपौली थाना कांड संख्या 284/16 का पुलिस ने सफल उद्भेदन कर लिया है. थाना क्षेत्र के ग्वालपाड़ा निवासी गांधी सिंह की हत्या में बतौर षड्यंत्रकर्ता उनकी पत्नी रिंकू देवी शामिल थी. उसने इस काम के लिए अपने ममेरे भाई टीकापट्टी के मंगल सिंह के माध्यम से सुपारी कीलर धमदाहा के योगेंद्र प्रसाद को जिम्मेवारी सौंपी थी. 04 दिसंबर 2016 को गांधी सिंह की हत्या आझोकोपा गांव स्थित केला के खेत में प्लास्टिक की रस्सी से गला घोंट कर कर दी गयी थी.
पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में अप्राथमिकी अभियुक्त योगेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अभियुक्त ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि उन्हें रिंकू देवी ने गांधी सिंह की हत्या करने के लिए 50 हजार रुपये व एक बाइक देने की बात कही थी. लेकिन, हत्या के बाद उन्हें महज 800 रुपये ही प्राप्त हुए. थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि हत्या में शामिल रिंकू देवी व मंगल सिंह की शीघ्र ही गिरफ्तारी होगी.
पत्नी के फर्द बयान पर हुई थी प्राथमिकी दर्ज : गांधी सिंह की हत्या मामले में उनकी पत्नी रिंकू देवी के फर्द बयान पर रूपौली थाना कांड संख्या 284/16 के तहत छह लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था.
अभियुक्तों में शशिभूषण सिंह व उनके पुत्र रमण सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. वैज्ञानिक अनुसंधान व साक्ष्य संकलन के क्रम में यह ज्ञात हुआ कि रिंकू देवी ने अपने ममेरे भाई मंगल सिंह एवं सुपारी कीलर योगेंद्र यादव के साथ मिल कर अपने पति गांधी सिंह की हत्या को अंजाम दिया था.
राजनीतिक महत्वाकांक्षा बना हत्या का कारण :
पुलिस अनुसंधान में ज्ञात हुआ कि रिंकू देवी राजनीतिक रूप से महत्वाकांक्षी है. पूर्व में वे डोभा मिलिक पंचायत में मुखिया का चुनाव लड़ी, जिसमें वह पराजित हो गयी थी. रिंकू देवी का राजनीति में रुचि रहने के कारण काफी लोगों से लगाव हो गया था. इसी वजह से वह अधिक समय तक घर से बाहर रहा करती थी. पति को रिंकू देवी का घर से बाहर रहना रास नहीं आ रहा था. इसलिए पति की ओर से पत्नी का विरोध किया जाता था. गांधी सिंह के विरोध के कारण रिंकू देवी ने अपने ममेरे भाई मंगल सिंह का सहारा लिया और सुपारी कीलर योगेंद्र प्रसाद को गांधी सिंह की हत्या के लिए 50 हजार रुपये व बाइक की सुपारी दी. योजना के तहत 04 दिसंबर 2016 को मंगल सिंह व योगेंद्र यादव रिंकू देवी के घर आये और गांधी सिंह को अत्यधिक शराब पिला कर उन्हें घुमाने के बहाने आझोकोपा गांव स्थित केला खेत ले गया, जहां गांधी सिंह के गले में प्लास्टिक की रस्सी से गला घोंट कर हत्या कर दी और शव को खेत में छुपा दिया.
योगेंद्र यादव का रहा है आपराधिक इतिहास :
योगेंद्र यादव 15 वर्ष की उम्र से अपराध जगत में सक्रिय रहा है. इसकी मित्रता चर्चित अपराधी केनगर थाना अंतर्गत बनियापट्टी के पुलकित ऋषि से रही है. योगेंद्र ने पूर्व में कई लूट की घटना को अंजाम दे चुका है. धमदाहा थाना कांड संख्या 23/06 व रौतारा थाना कांड संख्या 39/2000 में योगेंद्र यादव वांछित अभियुक्त है. कांड के उद्भेदन व योगेंद्र मंडल के गिरफ्तारी में अनुसंधानकर्ता अवर निरीक्षक मनीष कुमार की अहम भूमिका रही.
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