-आवंटित संस्थानों में 10 जून तक लेना होगा एडमिशन, नहीं तो रद्द हो जायेगा आवेदन
-10 जून तक बदल सकते हैं विकल्पसंवाददाता, पटना
राज्य के प्लस टू स्कूलों में इंटर में एडमिशन के लिए फर्स्ट मेरिट लिस्ट बुधवार को जारी हो गयी. मेरिट लिस्ट जारी होने के साथ ही स्कूलों को एडमिशन प्रक्रिया भी शुरू हो गयी. ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट्स (ओएफएसएसस, https://ofssbihar.net) पोर्टल के जरिये स्टूडेंट्स का मेरिट लिस्ट बुधवार को 11 बजे दिन में जारी किया गया. जारी होने के साथ ही नामांकन प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. हालांकि पहले दिन कहीं भी नामांकन नहीं हुआ है. नामांकन प्रक्रिया गुरुवार से रफ्तार पकड़ेगी. स्टूडेंट्स को एडमिशन के लिए इंटिमेशन लेटर दिया जायेगा. स्टूडेंट्स को अपने यूजर आइडी डाल कर लेटर को अपलोड करना होगा. इसके बाद आवंटित संस्थानों में 10 जून तक एडमिशन लेना होगा.प्रथम चयन सूची के आधार पर आवंटित शिक्षण संस्थान में लेना होगा एडमिशन :
प्रथम चयन सूची के आधार पर संबंधित विद्यार्थी को आवंटित शिक्षण संस्थान में एडमिशन लेना होगा. अगर कोई आवेदक आवंटित संस्थान में एडमिशन नहीं लेते हैं, तो वर्तमान सत्र 2025-27 में उनका नाम ओएफएसएस सिस्टम से हटा दिया जायेगा. आगे जो चयन सूची जारी की जायेगी उसमें भी उनका नाम नहीं रहेगा. उनका आवेदन रद्द कर दिया जायेगा. अगर आवंटित संस्थान से स्तुंष्ट नहीं हैं और दूसरे संकाय या संस्थान चाहते हैं, तो ऐसे आवेदक पहले आवंटित संस्थान में एडमिशन लेंगे. एडमिशन के बाद द्वितीय व तृतीय चयन सूची जारी होने पर वे उच्चतर प्राथमिक वाले संस्थान में एडमिशन ले सकेंगे.10 जून तक स्लाइड अप के लिए करें ऑनलाइन आवेदन:
पहली लिस्ट में स्कूल आवंटन से असंतुष्ट स्टूडेंट्स स्लाइड अप विकल्प का प्रयोग कर सकेंगे. बोर्ड ने कहा है कि अगर कोई स्टूडेंट्स उन्हें आवंटित किये जानेवाले स्कूल से संतुष्ट नहीं हैं और दूसरा स्कूल या संकाय चुनना चाहते हैं तो ऐसे स्टूडेंट्स स्लाइड अप का विकल्प चुन सकते हैं, लेकिन उनके लिए आवश्यक है कि वे पहले उस संस्थान में एडमिशन ले लें, जहां उनका चयन हुआ है. अन्यथा उनका आवेदन रद्द कर दिया जायेगा. इस संस्थान में एडमिशन कराने के बाद ही वे दूसरे या तीसरे चयन सूची जारी होने पर उच्चतर प्राथमिकता वाले संस्थान में एडमिशन ले सकेंगे. स्लाइड अप का विकल्प भी स्टूडेंट्स को 10 जून के बीच अपनाना होगा. स्लाइड अप के विकल्प में उन्हें उन्हीं संस्थानों में एडमिशन मिलेगा जिनका विकल्प उन्होंने आवेदन के वक्त दिया है नये संस्थान को जोड़ने का मौका नहीं दिया जायेगा.जहां से 10वीं पास किये हैं, वहां 11वीं में एडमिशन का मिल सकता है मौका
वैसे संस्थानों में, जहां 12वीं की पढ़ाई के साथ 10वीं की पढ़ाई भी होती है, वैसे संस्थानों से पास होने वाले विद्यार्थियों ने यदि 12वीं की पढ़ाई के लिए विकल्पों में अपने विद्यालय (जहां से उन्होंने 10वीं की कक्षा पास की है) का विकल्प दिया है, तो ऐसे मामलों में उन विद्यार्थियों को राज्य सरकार के निर्णयानुसार अपने मूल संस्थान में नामांकन के लिए प्राथमिकता दी गयी है. यदि उनको अपने मूल संस्थान से ऊपर का विकल्प नामांकन के लिए प्राथमिकता सूची में नहीं मिलता है, तो उनका चयन अपने मूल विद्यालय में नामांकन के लिए किया जायेगा. उदाहरणस्वरूप अगर किसी विद्यार्थी ने अपने विद्यालय का विकल्प, जहां से उन्होंने 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है, को छठे स्थान पर दिया है और उनका चयन उनके मेधा एवं आरक्षण के आधार पर आठवें नंबर के विकल्प में होता है, तो उस परिस्थिति में उन्हें छठे नंबर के अपने मूल संस्थान में नामांकन के लिए चयनित किया जायेगा, परंतु अगर ऐसे विद्यार्थी का चयन तीसरे विकल्प (जो छठे विकल्प से ऊपर है) के संस्थान के लिए होता है, तो उस स्थिति में उनका चयन तीसरे विकल्प में दिये गये संस्थान में नामांकन के लिए चयनित किया जायेगा, किंतु शिक्षण संस्थान के लिए यह प्रावधान उनकी अधिकतम स्वीकृत सीमा के अंतर्गत ही अनुमान्य है. अर्थात् यदि किसी संस्थान में अधिकतम स्वीकृत सीट संख्या से अधिक उसी संस्थान में विद्यार्थियों ने इंटर में नामांकन के लिए आवेदन दिया है, तो वैसी स्थिति में आरक्षण श्रेणीवार मेधा सूची में ऊपर से अधिकतम सीट क्षमता के अनुसार ही उस संस्थान में प्राथमिकता के आधार पर इस प्रथम सूची में नामांकन किया जायेगा. शेष विद्यार्थियों (जो आरक्षण श्रेणीवार मेधा सूची में नीचे हैं) को वह संस्थान नहीं दिया जायेगा, बल्कि उनके द्वारा भरे गये विकल्पों के आधार पर उनको अन्य संस्थान आवंटित किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है