चाइल्ड पोर्नोग्राफी जैसे गंभीर अपराध मामले में बिहार आगे, देश के शीर्ष राज्यों में शामिल
संवाददाता, पटना
चाइल्ड पोर्नोग्राफी जैसे गंभीर अपराध के मामले में बिहार, देश के शीर्ष राज्यों में एक है. यहां न सिर्फ ऐसे वीडियो देखे जा रहे बल्कि अपलोड भी हो रहे हैं. नेशनल सेंटर फार मिसिंग एंड एक्सप्लाटेड चिल्ड्रेन (एनसीएमइसी) की टिपलाइन रिपोर्ट में यह बात सामने आयी है. इस रिपोर्ट के आधार पर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने कुल 27 प्राथमिकी दर्ज की है. इसमें सबसे ज्यादा प्राथमिकी पटना, बक्सर और गोपालगंज जिले में दर्ज की गई है. इओयू के डीआइजी मानवजीत सिंह ढिल्लन ने बताया कि दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मामले में संलिप्त अपराधियों की तलाश की जा रही है. अभी तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें सुपौल में दो जबकि नवादा और औरंगाबाद में एक-एक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. डीआइजी ने बताया कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी को प्रसार करने वाले वेबसाइट और आइडी की भी पहचान की जा रही है. पिछले साल 2023 से जून 2024 तक करीब डेढ़ साल में महिलाओं और बच्चों के उत्पीड़न से जुड़े 218 आइडी और यूआरएल की पहचान कर उसे इंटरनेट से हटावाया (टेकडाउन) गया है. इनमें इंस्टाग्राम से 109, फेसबुक से 67, वाट्सएप से 33, टेलीग्राम से तीन, एक्स से एक और अन्य पांच की पहचान कर उसे इंटरनेट मीडिया से हटाया गया है.
डीआइजी ढिल्लन ने बताया कि लोकसभा चुनाव के समय इंटरनेट पर प्रसारित भड़काऊ, असंवेदनशील और भ्रामक पोस्ट पर नजर रखने के लिए सोशल मीडिया मानीटिरिंग यूनिट का गठन किया गया था। इसे अब स्थायी रूप दे दिया गया है. इस टीम के सदस्य लगातार इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित सामग्री पर नजर रख रहे हैं। अभी तक इस यूनिट के द्वारा 101 आइडी को चिह्नित कर उसे हटाया गया है.
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