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‘नीट’ है क्लीन नहीं : परीक्षार्थी एक, फोटो भी एक, नाम बदल कर दोनों जगह दी परीक्षा
परीक्षार्थी एक, फोटो भी एक, नाम बदल कर दोनों जगह दी परीक्षा पटना : राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट), 2017 में फर्जीवाड़े का नया मामला सामने आया है. इसमें सीबीएसइ की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं. एक परीक्षार्थी दो नामों से परीक्षा फाॅर्म भरता है. एक में नाम आर्यन कुमार और दूसरे […]
परीक्षार्थी एक, फोटो भी एक, नाम बदल कर दोनों जगह दी परीक्षा
पटना : राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट), 2017 में फर्जीवाड़े का नया मामला सामने आया है. इसमें सीबीएसइ की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं. एक परीक्षार्थी दो नामों से परीक्षा फाॅर्म भरता है.
एक में नाम आर्यन कुमार और दूसरे में आर्यू कुमार बताता है. लेकिन, दोनों फॉर्म में अभिभावक के नाम, जन्मतिथि, केटेगरी और पता सभी एक हैं. इतना ही नहीं, वह एक ही आइपी एड्रेस से चार मिनट के अंतर पर ऑनलाइन फॉर्म भरता है, इसके बावजूद सीबीएसइ उसे पकड़ नहीं पाया. एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया और वह दोनों ही एडमिट कार्ड पर नीट में शामिल भी हो गया. शंकर सरिया, मोतिहारी के रहनेवाला आर्यन कुमार नीट, 2017 में शामिल हुआ. आर्यन कुमार ने दो फॉर्म भरे. उसे दो एडमिट कार्ड भी मिले. एक पर खुद परीक्षा में शामिल हुआ, जबकि दूसरे केंद्र पर स्कॉलर को आर्यू कुमार बना कर बैठाया गया. दोनों ही एडमिट कार्ड में सारी जानकारियां एक जैसी हैं.
आर्यन कुमार वाले एडमिट कार्ड पर वास्तविक फोटाे है. फोरेंसिक विभाग एक्सपर्ट की मानें, तो दोनों ही फोटाे एक ही शख्स का है. हालांकि, फोटाे में कई बदलाव करने की कोशिश की गयी है. नाक, हेयर स्टाइल, दाढ़ी आदि बदल कर फोटो में अंतर लाने का प्रयास किया गया है.
एक ही आइपी कोड से भरे दोनों परीक्षा फार्म :
दोनों ही एडमिट कार्ड में एक ही आइपी कोड है. एक ही तिथि में बस चार मिनट के अंतर पर दोनों परीक्षा फार्म भरे गये हैं. दोनों ही एडमिट कार्ड का आइपी एड्रेस 202.142.79.167 है. एडमिट कार्ड में दी गयी जानकारी के अनुसार दोनों एडमिट कार्ड 24 अप्रैल, 2017 को निकाले गये हैं. एक एडमिट कार्ड 6:16 बजे और दूसरा 6:20 बजे निकाला गया है.
पकड़ नहीं पाये केंद्राधीक्षक
एडमिट कार्ड लेकर वह केंद्र पर जाता है और आराम से परीक्षा देता है, लेकिन केंद्राधीक्षक पकड़ नहीं पाये. आर्यू कुमार का परीक्षा केंद्र टेंडर हर्ट सीनियर सेकेंड्री स्कूल, रांची में था. फोटो में भी बदलाव था, फिर भी केंद्राधीक्षक परीक्षा देनेवाले शख्स को पकड़ नहीं सके. वहीं, आर्यन कुमार ने डीएवी पब्लिक स्कूल, रांची में परीक्षा दी.
एक ही आइपी एड्रेस से भरे गये दो फाॅर्म
एक ही परीक्षार्थी के अलग-अलग नामों से जारी दो एडमिट कार्ड.
दोनों एडमिट कार्ड के फोटो में ये समानताएं
आर्यन वाले एडमिट कार्ड का फोटो वास्तविक है, जबकि आर्यू वाले एडमिट कार्ड के फोटो में बदलाव किया गया है
हेयर स्टाइल बदला गया है व नाक को थोड़ा फैलाया गया है
शर्ट के कॉलर व कान एक जैसे
सीबीएसइ पर सवाल. कैसे जारी हुए एडमिट कार्ड
यह मामला सामने आने के बाद सीबीएसइ पर सवाल उठ रहे हैं. सारी जानकारियां एक जैसी होने के बाद भी एडमिट कार्ड सीबीएसइ ने कैसे जारी कर दिया. कंप्यूटर ने एक ही स्टूडेंट की सारी जानकारियों को कैसे स्वीकार कर लिया. इस संबंध में सीबीएसइ के पटना क्षेत्रीय कार्यालय व दिल्ली कार्यालय से बात करने की कोशिश की गयी. पर फोन रिसीव नहीं हुअा.
हाइ और प्लस टू स्कूलों में बहाल होंगे िरटायर्ड िशक्षक
पटना : राज्य के हाइ व प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों के खाली पदों पर रिटायर्ड शिक्षकों की नियुक्ति होगी. शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी ने इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को यह निर्देश दिया है. राज्य के 26 जिलों में हाइ व प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति चल रही थी.
इस नियुक्ति प्रक्रिया के बाद जो भी पद खाली रह गये हैं, उन पर संबंधित विषय के रिटायर्ड शिक्षकों को नियुक्त किया जायेगा. इस पर जल्द- से-जल्द कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. ऐसे शिक्षकों को मानदेय के रूप में नियोजित शिक्षकों को मिलनेवाली राशि मिलेगी. यह व्यवस्था नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति तक वैकल्पिक रहेगी. जब उस स्कूल में उस विषय के नियोजित शिक्षक नियुक्ति हो जायेंगे, तो रिटायर्ड शिक्षकों की सेवा भी खत्म हो जायेगी.
शिक्षा मंत्री के आदेश के बाद विभाग ने नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान हाइ व प्लस टू स्कूलों में कितने शिक्षकों की नियुक्ति हुई और कितने पद अब भी खाली रह गये हैं, इसकी रिपोर्ट सभी जिलों से एक सप्ताह में मांगी है. विभाग ने साफ किया है कि रिक्तियां आने के बाद विषयवार रिटायर्ड शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. पिछले दिनों खत्म हुई नियुक्त प्रक्रिया के पहले हाइस्कूलों में 5500 और प्लस टू स्कूलों में 12,500 शिक्षकों के पद खाली थे.
विद्यालय स्तर पर होगी नियुक्ति
हाइ-प्लस टू स्कूलों में रिटायर्ड की नियुक्ति स्कूल स्तर पर ही होगी. स्कूल के हेडमास्टर ही जिन विषयों के पद खाली हैं, इसके लिए आवेदन लेंगे. अनुभव व कार्य क्षमता के आधार पर नियुक्ति की जायेगी. इस प्रक्रिया में जिस स्कूल से जो शिक्षक रिटायर किये हैं, उन्हें तरजीह भी दिया जायेगा.
एक नजर
हाइ-प्लस टू स्कूलों की संख्या : करीब 5100
हाइ-प्लस टू स्कूलों में नियोजित शिक्षकों की संख्या : 33,000
हाइ स्कूलों में खाली पदों की संख्या : 5500
प्लस टू स्कूलों में खाली पदों की संख्या : 12,500
गैर सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में भी बहाली
राज्य के 108 गैर सरकारी सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित) प्रारंभिक स्कूलों में भी करीब 400 शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. इन स्कूलों में 2007 से ही नियुक्ति प्रक्रिया बंद है, िजससे शिक्षकों की कमी हो गयी है. इसलिए शिक्षा विभाग ने नियुक्ति का निर्णय लिया है. इन स्कूलों में नियोजन इकाई की जगह स्कूल प्रबंधन समिति नियुक्ति करेगी. इसमें सिर्फ टीइटी पास व प्रशिक्षित को मौका दिया जायेगा. इन्हें भी प्रारंभिक स्कूलों के नियोजित शिक्षकों के समान राशि दी जायेगी.
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