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BSSC पेपर लीक केस : आइएएस सुधीर के पिता समेत दो की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि हो रही तैयार
बिहार परचा लीक आयोग. राधा प्रसाद के गिरफ्तारी वारंट के लिए एसआइटी देगी आवेदन पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष रहे आइएएस सुधीर कुमार के पिता राधा प्रसाद की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी ने ग्राउंड बनाना शुरू कर दिया है. बहुत जल्द कोर्ट में गिरफ्तारी वारंट के लिए आवेदन दिया जा सकता है. […]
बिहार परचा लीक आयोग. राधा प्रसाद के गिरफ्तारी वारंट के लिए एसआइटी देगी आवेदन
पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष रहे आइएएस सुधीर कुमार के पिता राधा प्रसाद की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी ने ग्राउंड बनाना शुरू कर दिया है. बहुत जल्द कोर्ट में गिरफ्तारी वारंट के लिए आवेदन दिया जा सकता है. राधा प्रसाद के खिलाफ उनके नाती ने ही गिरफ्तारी के दौरान बयान दिया था कि बीएसएससी का पेपर उसको नाना ने ही दिया था. इस बयान के बाद उसे जेल भेजा चुका है और अब पुलिस राधा प्रसाद को गिरफ्तार करने की तैयारी में है. वहीं, प्रिंटिंग प्रेस के मालिक, गिरफ्तार किये गये सेटरों के मोबाइल फोन के सीडीआर से कुछ खास सबूत मिले हैं, जो आयोग के एक अन्य अधिकारी की तरफ इशारा कर रहा है. इन लोगों में लंबी बातचीत होने की पुष्टि हुई है. एसआइटी कुछ और सबूत खंगाल रही है. अगर सब कुछ सही निकला, तो एसआइटी आयोग से और गिरफ्तारी कर सकती है.
एक दर्जन कोचिंग संचालक रडार पर : पटना के एक दर्जन कोचिंग संचालक एसआइटी की रडार पर हैं. ये लोग बीएसएससी समेत प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराते हैं. इन लोगों का सेटरों से सांठगांठ है.
इन लोगों की भी गिरफ्तारी तय है. कुछ लोगों की नालंदा, औरंगाबाद और नवादा में भी तलाशी चल रही है. यह जांच अभी खत्म नहीं हुई है. यह अभी लंबा चलेगा. पेपर लीक कराने तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में पास कराने का ठेका लेनेवाला यूपी का गैंग भी एसआइटी के हत्थे चढ़ सकता है. यह गैंग लखनऊ में बैठ कर अपना रैकेट चलाता है. इसकी जानकारी एसआइटी जुटा रही है.
दिल्ली और गुजरात में छापे : एसआइटी अब तक पेपर लीक कांड में 34 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. अन्य कुछ लोगों की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी दिल्ली, गुजरात और कोलकाता में छापेमारी कर रही है. बिहार के बाहर अब तक 25 से अधिक छापे एसआइटी मार चुकी है.
फूंक-फूंक के कदम रख रही एसआइटी
पटना. आइएएस एसोसिएशन जिस तरह से सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के बाद विरोध में उतरा है और एसआइटी
की कार्रवाई पर सवाल उठा रहा है, उससे एसआइटी के लोग सतर्क हो गये हैं. एसआइटी किसी तरह की चूक नहीं करना चाहती है. इसलिए राधा प्रसाद की गिरफ्तारी से पहले वारंट लेने की तैयारी में है.
आइएएस वाइफ्स एसो भी उतरा पक्ष में
पटना. सुधीर कुमार के पक्ष में आइएएस वाइफ्स एसोसिएशन भी उतर गया है. एसोसिएशन की अध्यक्ष पूर्णिमा सिंह (मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह की पत्नी) ने कहा कि सुधीर कुमार जब जांच में हर तरह से सहयोग कर रहे थे, तब उनकी इस तरह से गिरफ्तारी पूरी तरह से गलत है. इसी तरह पूर्व के एसडीओ जितेंद्र गुप्ता की गलत गिरफ्तारी की गयी थी. इस मामले में जिन्होंने फंसाने का षड्यंत्र किया था, उन पर सख्त कार्रवाई हो.
पटना : बीएसएससी परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ व दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर एआइएसएफ से जुड़े छात्रों ने सोमवार को राजभवन मार्च पर निकला. जेपी गोलंबर के पास से प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने का प्रयास कर रहे इन छात्रों को रोकने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया व लाठियां भांजी. लाठीचार्ज में खगड़िया जिला सचिव रजनीकांत, पटना जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र प्रणय, बिट्टू कुमार सहित दर्जन भर छात्रों के घायल होने की बात कही जा रही है.
पुलिस ने 18 छात्र-छात्राओं को गिरफ्तार कर पीरबहोर थाने में बंद कर दिया, जिनको शाम में रिहा कर दिया गया. पटना कॉलेज से जुलूस निकलने के पूर्व ही पुलिस और छात्र नेताओं में कई बार तीखी झड़प हुई. जुलूस नेतृत्वकर्ताओं ने फोन पर टाऊन डीएसपी कैलाश प्रसाद से बात की, जिसके बाद डीएसपी ने पटना कॉलेज गेट तक जुलूस निकालने का प्रस्ताव दिया. इसको खारिज कर छात्र पुलिस को चकमा देते हुए मछुआटोली चौराहा पहुंच गये. इसके बाद मछुआटोली चौराहा से होते हुए गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर पहुंच गये.
गवर्नर से मिला प्रतिनिधिमंडल : स्थिति उस समय बिगड़ गयी जब पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के इरादे से लाठीचार्ज किया.
मौके पर जिला नियंत्रण कक्ष के दंडाधिकारी, टाऊन डीएसपी कैलाश प्रसाद, गांधी मैदान थानाध्यक्ष प्रियरंजन, कदमकुआं थानाध्यक्ष गुलाम सरवर, बुद्धा कॉलोनी थानाध्यक्ष मनोज मोहन के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे. लाठीचार्ज से आक्रोशित छात्र–छात्राएं बीच-बचाव के बाद जिला नियंत्रण कक्ष के दंडाधिकारी एमएस खान व सत्यानंद यादव के साथ सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राजभवन पहुंचा. प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बीएसएससी परीक्षा धांधली की सूक्ष्मता से जांच एवं दोषी राजनेताओं व अफसरों पर कार्रवाई एसआइटी के बूातें संभव नहीं है. इसके लिए सीबीआइ जांच जरूरी है.
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