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2558 करोड़ में स्मार्ट बनेगा शहर
बैठक. 1.81 करोड़ लोगों ने दिये सुझाव, बजट में 134 करोड़ की बढ़ोतरी रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट में भी होगा बदलाव पटना : पटना स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट बढ़ गया है. पहले जहां 2424 करोड़ रुपये की राशि खर्च करने की योजना थी. वहीं इस बार की बैठक में इस प्रोजेक्ट की राशि 2558.40 करोड़ रुपये […]
बैठक. 1.81 करोड़ लोगों ने दिये सुझाव, बजट में 134 करोड़ की बढ़ोतरी
रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट में भी होगा बदलाव
पटना : पटना स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट बढ़ गया है. पहले जहां 2424 करोड़ रुपये की राशि खर्च करने की योजना थी. वहीं इस बार की बैठक में इस प्रोजेक्ट की राशि 2558.40 करोड़ रुपये हो गयी. इसमें पैन सिटी के तहत 227.24 करोड़ रुपये व एरिया बेस डेवलपेंट के तहत 2331.61 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी. इसके अलावे एरिया बेस डेवलपमेंट के तहत सभी परियोजना का प्रारूप व डीपीआर करने के लिए ट्रांजेक्शन एडवाइजर का पद रखा जायेगा, जो पटना रेलवे गोलंबर रि-डेवलपमेंट प्लान, वीरचंद पटेल पथ से लेकर बांकीपुर बस स्टैंड से लेेकर सभी प्रोजेक्ट का प्रारूप व डीपीआर तैयार करेंगे. शुक्रवार को प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी थी.
बैठक में नगर आयुक्त अभिषेक सिंह से लेकर कंपनी प्रतिनिधि तक मौजूद थे. उन्होंने बताया कि ट्रांजेक्शन एडवाइजर के लिए एक सप्ताह के भीतर निविदा निकाली जायेगी. वहीं जानकारी के अनुसार अब तक ऑनलाइन व आॅफलाइन कुल 1.81 करोड़ लोगों ने स्मार्ट सिटी का पर अपने सुझाव दिये हैं. इसके अलावा हार्डिंग पार्क को हेरिटेज पार्क बनाने के साथ ही इसके 20 एकड़ भाग में वहां पर बुद्ध, जैन, सूफी व सिख सर्किट बनाने पर भी चर्चा हुई.
स्मार्ट रोड नेटवर्क के लिए स्मार्ट सिटी में है प्लान : पूरे एरिया बेस डेवलपमेंट क्षेत्र में स्मार्ट रोड नेटवर्क का प्लान है.इसके तहत गांधी मैदान से फ्रेजर रोड होते हुए पटना जंकशन, जीपीओ गोलंबर, आर ब्लाॅक, इनकम टैक्स, कोतवाली, पुलिस लाइन से लेकर फिर गांधी मैदान तक स्मार्ट रोड नेटवर्कडेवलप किया जायेगा. इस नेटवर्क की लंबाई 16.7 किलोमीटर होगी. सड़क पर फुटपाथ, वाहन के अनुसार सड़क यातायात का वर्गीकरण, स्मार्ट पोल व ट्रैफिक कंट्रोल रहेगा. इस में सड़क की बनावट भी विश्व स्तर की होगी. इस योजना में कुल 240 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
किराये पर मिलेगी घूमने के लिए साइकिल : स्मार्ट सिटी में पर्यावरण प्रदूषण को बचाने के लिए पब्लिक साइकिल सेयरिंग स्कीम रहेगी. इसमें शहर के विभिन्न महत्वपूर्ण स्टेशन मसलन रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड व अन्य जगहों पर 200 साइकिल रखी जायेगी. इसमें लोगों से तय राशि लेकर उपयोग के लिए दिया जायेगा. इसमें कुल 50 करोड़ की राशि लगेगी.
सोलर सिस्टम व मल्टी यूटिलिटी स्मार्ट पोल : स्मार्ट सिटी में सरकारी भवनों पर सोलर पैनल के माध्यम से पावर सप्लाई की योजना है. इसमें मौर्या लोक सहित कुल 54 सरकारी भवनों पर सोलर पैनल लगाया जायेगा. इसके अलावे एरिया बेस डेवलपमेंट क्षेत्र में मल्टी यूटिलिटी स्मार्ट पोल लगाये जायेंगे. प्रत्येक 30 मीटर पर पूरे क्षेत्र में 30 स्मार्ट पोल रहेंगे. पोल पर सोलर पैनल, सीसीटीवी कैमरे, वाइ-फाइ जोन, डिजिटल बोर्ड, पॉल्युशन सेंसर बोर्ड, एलइडी लाइट व रिमोर्ट कंट्रोल की सुविधा रहेगी.
200 इ-रिक्शा व इ-बस के लिए दी जायेगी राशि : शहर में इ-रिक्शा और इ बस का भी परिचालन किया जायेगा. निगम विभिन्न एजेंसियों को इसके लिए राशि भी उपलब्ध करायेगा.
इस योजना के तहत कुल 20 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जानी है. स्मार्ट सिटी में कुछ मार्गों को तय किया जायेगा कि जहां केवल इ- रिक्शा का ही परिचालन किया जायेगा. वहीं, दीघा से लेकर कलेक्ट्रेट घाट तक 1.5 किमी की ग्रीन पट्टी बनेगी. इसके साथ बांस घाट से लेेकर कलेक्ट्रेट घाट तक गंगा घाट का निर्माण किया जायेगा. स्लम फ्री जोन पर 123 करोड़ खर्च होंगे
स्मार्ट सिटी के एरिया बेस डेवलपमेंट स्लम फ्री जोन रहेगा. इसके लिए इस क्षेत्र में पड़ने वाले अब दो से छह स्लम बस्तियों का विकास किया जायेगा. नगर निगम ने इसके लिए लोदीपुर के चीना कोठी व कमला नेहरू मलिन बस्ती को चुना गया है. स्मार्ट सिटी में कोई मलिन बस्ती नहीं रहेगी.
दोनों जगहों पर जी प्लस पांच फ्लोर की बिल्डिंग रहेगी. पार्किंग से लेकर अन्य सारी सुविधाएं रहेगी. चीना कोठी में एक हजार 18 व कमला नेहरू नगर में 18 सौ सात कमरों का मल्टी स्टोरी भवन बनाया जाना है. इस योजना को पूरा करने की लागत कुल 123.24 करोड़ की राशि खर्च होगी. दोनों स्लम क्षेत्रों को मिला कर प्रोजेक्ट तैयार किया गया है.
बांकीपुर बस स्टैंड भवन में बनेगा हब
एरिया बेस डेवलपमेंट के अलावा पैन सिटी में चार तरह के प्रोजेक्ट पूरे शहर के लिए रखे गये हैं. इसमें सरकार, नगर निगम की सभी जरूरी सुविधाओं के लिए जन सुविधा केंद्र हर वार्ड में खोला जाना है. ठोस कचरा प्रबंधन के तहत शहर से निकलने वाले कचरे का निष्पादन किया जाना है. पूरे शहर के 120 किमी में कुल 15 हजार एलइडी लाइट लगाये जाने हैं. कुल 61 जगहों पर वाइ-फाइ जोन बनाये जाने हैं. इंटिग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर बनाया जायेगा, जो सभी इलेक्ट्राॅनिक माध्यमों का कंट्रोल रूम होगा. बांकीपुर बस स्टैंड पर छह मंजिली भवन बनेगी.
गांधी मैदान भी होगा विकसित स्मार्ट सिटी में गांधी मैदान को भी विकसित किया जाना है. इसमें बड़ा कोई निर्माण नहीं होगा. मैदान के कुल 500 मीटर क्षेत्र में विकास किया जाना है. इसमें मॉडल वार्किंग जोन, वाटर पार्क, शहर व राज्य की संस्कृति की प्रतिकृति भी बनी रहेगी. इसके अलावे घूमनेवाला कियोस्क का भी बनाया जायेगा. स्मार्ट सिटी के तहत 14 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी.
पटना : 1467 एप, 563 समस्याओं को दूर कर 90वें नंबर पर
पटना. स्वच्छता सर्वेक्षण में पटना अभी 90वें नंबर पर है. सर्वेक्षण को पूरा होने में अब मात्र चार दिन शेष रह गये हैं. 28 फरवरी को सर्वेक्षण का काम पूरा होगा. और फिर किस शहर का स्थान क्या होगा, इसकी जानकारी प्रकाशित होगी. अभी सर्वेक्षण रिपोर्ट में मध्य प्रदेश के शहर रतलाम को पछाड़ते हुए ग्वालियर पहले स्थान पर पहुंच गया है, जबकि रतलाम तीसरे नंबर पर आ गया है.
ग्वालियर का अभी तक नंबर वन बनने के पीछे कारण है, स्वच्छता एप काफी अधिक डाउनलोड होना. जानकारी के अनुसार ग्वालियर की जनसंख्या 10.5 लाख है, जबकि वहां 20,327 एप डाउनलोड किये गये हैं. वहीं, ग्वालियर में लोगों की 1,45,560 समस्याओं का निपटारा किया जा सका है. जबकि पटना की जनसंख्या 16 लाख से अधिक होने के बावजूद मात्र 1467 एप ही डाउनलोड किये गये हैं. वहीं पटना में मात्र 563 समस्याओं को दूर किया गया है.
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