फुलवारीशरी : फुलवारीशरीफ थाने का मौर्य विहार कॉलोनी का इलाका. समय रविवार के दस बज रहे थे. घटना के शिकार चंदन की मां पुष्पा देवी के चित्कार से पूरा मौर्य विहार कॉलोनी का इलाका गूंज रहा था. मुहल्ले की सड़कें सुनसान थी. सभी के घरों के दरवाजे बंद थे. कई लोग घटना के बाद अपने-अपने घरों के ताले बंद कर जा चुके थे. पूरे मौर्य विहार कॉलोनी इलाके को पुलिस ने सील कर दिया गया था. प्रशिक्षु आइपीएस योगेंद्र कुमार पुलिस टीम का नेतृत्व कर रहे थे.
कॉलोनी के हर गली, चौक-चौराहे पर जवानों की तैनाती कर दी गयी थी. वज्रवाहन की गाड़ी मुहल्ले में प्रवेश करने वाले मार्ग के चौराहे पर लगी थी और वहां एक दर्जन से अधिक जवान थे. चंदन की गली में भी केवल पुलिस वाले नजर आ रहे थे और उसके बगल में जहां घटना हुई थी, वहां से शराब बनाने वाले उपकरण व डिब्बे को गड्ढे से निकाल कर शराब को नष्ट कर दिया गया था. इसके साथ गली में बाइक व बोलेरो से पेट्रोलिंग करायी जा रही थी. डॉल्फिन मोबाइल को मुख्य सड़क पर रखा गया था और फुलवारी चौक से लेकर मौर्य विहार कॉलोनी तक कुछ-कुछ दूरी पर पुलिस की जिप्सी लगी थी.
पुलिस की दो टीम बनायी गयी थी, जो आरोपितों के रिश्तेदारों व उनके ठिकानों की जानकारी लेकर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में लगी थी. खास बात यह है कि जहां घटना हुई है, उसके पीछे ही चंदन का मकान है. इलाके को पुलिस ने कब्जे में ले रखा था.