बिहटा: केंद्र सरकार द्वारा लागू नयी भू अजर्न नीति के तहत मुआवजा भुगतान को लेकर शुक्रवार को बिहटा प्रखंड में निर्माणाधीन आइआइटी, नाइलेट, हीरो साइकिल, एफडीडीआइ व रेमंड सहित कई संस्थाओं के निर्माण कार्य को कुछ स्थानीय लोगों ने ठप करा दिया. निर्माण कार्य ठप होने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन से जुड़े लोगों की नींद उड़ गयी.
निर्माण स्थल पर भारी पुलिसिया व्यवस्था के बीच प्रशासनिक अधिकारियों ने कई परियोजनाओं में पहुंच मजदूरों को निर्माण कार्य प्रारंभ करने को कहा, लेकिन अधिकारियों की लाख कोशिशों के बाद भी डरे मजदूरों ने काम करने से इनकार कर दिया. वहीं, घटना की सूचना पर दानापुर एसडीओ राहुल कुमार व प्रभारी एएसपी निलेश कुमार समेत बिहटा, मनेर, शाहपुर, रूपसपुर, खगौल आदि थानों की पुलिस ने निर्माण स्थल पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया.
निर्माण कार्य से जुड़ी कंपनी के अधिकारियों एवं मजदूरों ने बताया कि सुबह काम शुरू होने के समय लगभग 20-25 की संख्या में स्थानीय लोगों ने आइआइटी कैंपस में पहुंच कर मजदूरों को काम बंद करने की चेतावनी देते हुए उनके साथ मारपीट की. मारपीट से मजदूर भयभीत होकर अपना बोरिया-बिस्तर समेट कर अपने-अपने घरों को पलायन करने लगे.
इस घटना के बाद निर्माण कार्य से जड़ी कंपनियों के अधिकारियों ने बिहटा थाना में आवेदन देते हुए करीब दस लोगों को नामजद व आधा दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीओ ने बिहटा थानाध्यक्ष को तत्काल मारपीट की घटना में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. एसडीओ का स्पष्ट कहना था कि किसी को कोई शिकायत है, तो उसे सही ढंग से प्रशासन के सामने रखे. वहीं , स्थानीय लोगों ने बताया है कि नयी भू अजर्न नीति को लागू करने का दबाव बनाने पर संबंधित अधिकारी अपनी नाकामी छुपाने के वास्ते सोची -समझी साजिश के तहत निदरेष किसानों को फंसाने की साजिश कर रहे हैं. वहीं, किसानों द्वारा प्रखंड के डुमरी में निर्माणाधीन पावर ग्रिड निर्माण कार्य के विरोध के कारण शुक्रवार को निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका.