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सामान्य व दिव्यांग छात्र एक साथ करेंगे पढ़ाई
प्रदेश के 38 जिलों से 39 ट्रेंड शिक्षक तैयार अप्रैल, 2017 के सत्र से इसे स्कूलों में किया जायेगा लागू पटना : अब दिव्यांग छात्र भी सामान्य छात्रों के साथ पढ़ाई कर पायेंगे. इसके लिए माध्यमिक स्कूलों में समावेशी शिक्षा को लागू करने के लिए एक हस्त पुस्तिका बनायी गयी है. शिक्षकों के लिए तैयार […]
प्रदेश के 38 जिलों से 39 ट्रेंड शिक्षक तैयार
अप्रैल, 2017 के सत्र से इसे स्कूलों में किया जायेगा लागू
पटना : अब दिव्यांग छात्र भी सामान्य छात्रों के साथ पढ़ाई कर पायेंगे. इसके लिए माध्यमिक स्कूलों में समावेशी शिक्षा को लागू करने के लिए एक हस्त पुस्तिका बनायी गयी है.
शिक्षकों के लिए तैयार इस हस्त पुस्तिका के माध्यम से स्कूलों में पढ़ाई होगी. इसके लिए प्रदेश के शिक्षकों को ट्रेंड करने का काम भी माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से शुरू कर दिया गया है. अप्रैल, 2017 के सत्र से इसे स्कूलों में लागू कर दिया जायेगा. यूनिसेफ के सहयोग से माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यह किताब तैयार की है. ऐसे छात्रों की संख्या बिहार में करीब 10 हजार है.
रुचि के अनुसार शिक्षकों को चुना गया : समावेशी शिक्षा के तहत माध्यमिक स्तर पर स्कूलों में पढ़ाई के तरीके में बदलाव होगा. शिक्षक क्लास में दिव्यांग छात्रों को ध्यान में रख कर पढ़ाई करवायेंगे. प्रदेश के 38 जिलों से 39 शिक्षकों को चुना गया हैं. इसमें हर जिले से एक-एक और भोजपुर जिले से दो शिक्षक शामिल है. इन शिक्षकों का चुनाव उनके रुचि के अनुसार किया गया है. समावेशी शिक्षा को माध्यमिक स्तर पर लागू करनेवाला बिहार पहला राज्य है.
ट्रेंड टीचर दूसरे शिक्षकों को करेंगे प्रशिक्षित
प्रथम चरण में उन शिक्षकों को प्रदेश भर से चुना गया है, जिन्हें दिव्यांग छात्रों को पढ़ाने में रुचि है. प्रत्येक जिलाें को मिला कर 39 शिक्षकों को ट्रेंड किया गया हैं. ये शिक्षक अब अपने जिले में जाकर अन्य शिक्षकों को विषयवार ट्रेंड करेंगे.
कमल नाथ झा, प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर, यूनिसेफ
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