पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री और बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि केंद्र से मिली सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि सरकार बैंकों में रख कर जहां ब्याज कमा रही है, वहीं होली और ईद बीत गयी, अब दशहरा भी आ गया, मगर राज्य सरकार खाता खोलने की आड़ में लाखों पेंशनधारियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन का भुगतान नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि जब केंद्र ने खाता खोले जाने तक नकद भुगतान पर कोई रोक नहीं लगायी है, तो फिर सात महीने से लाखों गरीब व लाचारों को पहले की तरह पेंशन का नकद भुगतान क्यों नहीं किया जा रहा है? राज्य के विश्वविद्यालयों के शिक्षकों, शिक्षकेतर कर्मियों व पेंशनरों को भी जून से सितंबर तक के बकाये वेतन व पेंशन का भुगतान दुर्गापूजा व दशहरा के मौके पर भी नहीं किया गया है.
दरअसल, शराबबंदी से चरमरायी आर्थिक स्थिति से सरकार बहाना बना कर वेतन व पेंशन भुगतान नहीं कर रही है. एक ओर जहां सूबे के 63 लाख वृद्ध, विधवा व दिव्यांग पेंशनधारियों का, तो दूसरी ओर राज्य के विश्वविद्यालयों के 40 हजार से ज्यादा शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी व पेंशनरों का दशहरा, दिवाली और छठ बिना पेंशन और वेतन के बीत जायेगा. सूबे के 63 लाख वृद्ध, विधवा व दिव्यांग पेंशनधारी, जहां सात महीने से सामाजिक सुरक्षा पेंशन से वंचित हैं, वहीं विश्वविद्यालयों के शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी व पेंशनरों को चार माह से वेतन व पेंशन का भुगतान नहीं किया गया है.