पटना: पुलिस मुख्यालय आतंकवादी निरोधी दस्ता (एटीएस) के लिए आवंटित भवन को सुरक्षित नहीं मान रहा है. इसके लिए डीजीपी अभयानंद ने गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी को पत्र लिखा है. स्थायी मुख्यालय भवन के लिए हार्डिग रोड पर 18 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने की आवश्यकता बतायी गयी है. फिलहाल इको पार्क के समीप दो मंजिले भवन को एटीएस को उपलब्ध कराया गया है.
आतंकी हमले के बाद गठन : सरकार ने बोधगया में आतंकी हमले के बाद एटीएस गठित करने का निर्णय लिया था. आइजी परेश सक्सेना को एटीएस का आइजी बनाया गया. अन्य पदों पर नियुक्ति अभी शेष है. पहले पुलिस मुख्यालय में एक कमरा आवंटित किया गया. बाद में इको पार्क के बगल में निर्मित दो मंजिले भवन को मुख्यालय के लिए उपलब्ध कराया,लेकिन पुलिस मुख्यालय इसे असुरक्षित मान रहा है.
चार दिन पूर्व डीजीपी अभयानंद ने गृह विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख कर कहा है कि आतंकी संगठनों के निशाने पर पुलिस कार्यालय रहे हैं. खासकर आतंकवादी निरोधी दस्ता का मुख्यालय. नवंबर, 2009 में खंडवा मुख्यालय पर सिमी समर्थक आतंकवादियों ने हमला किया था. इसमें दो पुलिसकर्मी शहीद हुए थे.
आइबी की रिपोर्ट पर कार्रवाई : पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि आइबी की रिपोर्ट में चर्चा रहती है कि सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठान जैसे पुलिस मुख्यालय, सचिवालय, एयरपोर्ट व रेलवे स्टेशन आतंकियों के निशाने पर हैं. वर्तमान में एटीएस के लिए जो जगह उपलब्ध करायी गयी है, वह खुला क्षेत्र है. वहां के अधिकतर भाग पर अतिक्रमण है.