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सात सालों की नौकरी में दारोगा जी ने नहीं पकड़े एक भी अपराधी

पटना : थाने में आसानी से केस दर्ज नहीं हो रहे हैं, सप्ताह भर दौड़ाने के बाद अगर मामला दर्ज भी हो जाता है, तो आगे की कार्रवाई में आइओ फरियादी को चक्करघिनी बनाकर रख दे रहे हैं. दौड़ते रहिए, कार्रवाई के नाम पर सौ बहाने आप को बताये जायेंगे, लेकिन काम कुछ नहीं होगा. […]

पटना : थाने में आसानी से केस दर्ज नहीं हो रहे हैं, सप्ताह भर दौड़ाने के बाद अगर मामला दर्ज भी हो जाता है, तो आगे की कार्रवाई में आइओ फरियादी को चक्करघिनी बनाकर रख दे रहे हैं. दौड़ते रहिए, कार्रवाई के नाम पर सौ बहाने आप को बताये जायेंगे, लेकिन काम कुछ नहीं होगा. कोर्ट से वारंट लेने और गिरफ्तारी के नाम पर माल भी काट रहे हैं और काम भी नहीं कर रहे हैं. एक तरफ गिरफ्तार करने के आश्वासन के नाम पर, तो दूसरी तरफ अपराधी को बचाने के नाम पर, दोनों तरफ से माल बटोरा जा रहा है. नतीजा यह है कि न चार्जशीट समय से हो रहा है और न ही गिरफ्तारी हो रही है.

लगातार अनुसंधान पेंडिंग होने के कारण सिटी एसपी मध्य चंदन कुशवाहा और सिटी एसपी पश्चिमी सत्य प्रकाश ने शुक्रवार को समीक्षा की. इस दौरान छह दारोगा ऐसे पाये गये, जिन्होंने अपने सेवा काल में एक भी गिरफ्तारी नहीं की है. इनमें ऐसे दारोगा भी शामिल हैं, जो पटना पुलिस में 5-15 साल से नौकरी कर रहे हैं. सैकड़ों केसों का अनुसंधान किया, लेकिन अभियुक्तों के गिरेबान पर हाथ ही नहीं डाला. इसमें शास्त्रीनगर थाने में तैनात 2009 बैच के एक दारोगा चिह्नित किये गये हैं. साहब ने एक भी गिरफ्तारी नहीं कि है, जबकि अभी वह 50 से अधिक केस का अनुसंधान कर रहे हैं.
एसएसपी ने कहा, लंबित मामलों में चार्जशीट करें
सिटी एसपी ने एसएसपी मनु महाराज को समीक्षा रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी है. इस पर एसएसपी ने निर्देश दिया है कि अनुसंधान पूरा कर लंबित केस में जल्द चार्जशीट किया जाये. ऐसा नहीं करने पर मामले की जांच की जायेगी और बरखास्तगी तक की कार्रवाई की जायेगी.
अवैध निर्माण रोकने के नाम पर लिये 30 हजार
कदमकुआं थाना क्षेत्र के सैदपुर के रहनेवाले कपिलदेव प्रसाद का सैदपुर में दो कट्ठा दो धूर जमीन है. आरोप है कि उनका पड़ोसी उनकी जमीन में अवैध निर्माण करा रहा है. जबरन छत का छज्जा निकाल रहा है. इस संबंध में उन्होंने 10 जून, 2016 को थाने में आवेदन दिया था. इस पर एएसआइ गजेंद्र सिंह को जांच मिली. कब्जा दिलाने के नाम पर एएसआइ ने कपिलदेव से 30 हजार रुपये ले लिये, लेकिन निर्माण कार्य बंद नहीं कराया गया. आरोप है कि गजेंद्र ने उस पक्ष से भी पैसा ले लिया और निर्माण नहीं बंद करा रहा है. इस पर कपिलदेव ने एसएसपी मनु महाराज को आवेदन दिया है और पैसा लेन-देन का वायस रिकाॅर्ड पेन ड्राइव के माध्यम से दिया है. उसने सीडीआर निकाल कर जांच करने की भी बात कही है. एसएसपी द्वारा जांच करायी जा रही है. दारोगा पर कार्रवाई होने के आसार हैं.

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