Advertisement
बच्चे घर जाकर खाते, पर मिड डे मील में दर्ज हो जाता नाम
अनुपम कुमार पटना : मिड डे मील की सफलता के बढ़-चढ़ कर दावे किये जा रहे हैं. कागज पर इसके लाभार्थियों का प्रतिशत बहुत ऊंचा दिखाया जा रहा है. आइवीआरएस में दर्ज आंकड़ों के अनुसार बीते बुधवार(10 अगस्त) को पूरे प्रदेश में 51781 स्कूल में मिड डे मील कार्यक्रम चला और 84.86 लाख बच्चों ने […]
अनुपम कुमार
पटना : मिड डे मील की सफलता के बढ़-चढ़ कर दावे किये जा रहे हैं. कागज पर इसके लाभार्थियों का प्रतिशत बहुत ऊंचा दिखाया जा रहा है. आइवीआरएस में दर्ज आंकड़ों के अनुसार बीते बुधवार(10 अगस्त) को पूरे प्रदेश में 51781 स्कूल में मिड डे मील कार्यक्रम चला और 84.86 लाख बच्चों ने इसे खाया.
आंकड़ों की सत्यता परखने के लिए प्रभात खबर की टीम ने पांच जिलों के एक-एक स्कूल का ऑन स्पॉट जायजा लिया. इस दौरान कई बच्चे स्कूल में बना खाना नहीं खाते दिखे. वे घर से लाये गये लंच खा रहे थे या खाना खाने घर जा रहे थे. बच्चों द्वारा बना खाना छोड़ कर घर जाने की वजह जानने में स्कूल प्रबंधन की कोई रुचि नहीं दिखी. पेश है रिपोर्ट.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement