पटना : स्कूलों में अब छात्रों के साथ मास्टर जी की भी रिपोर्ट बनेगी. डीएम के निर्देश पर अब हर 15 दिनों पर प्राचार्य को शिक्षकों की रिपोर्ट तैयार करनी होगी, जिसकी समीक्षा जिलाधिकारी खुद करेंगे. रिपोर्ट से परे स्कूल का रिजल्ट आने पर शिक्षकों पर कार्रवाई की जायेगी, जिसमें उनका तबादला तक किया जायेगा. वहीं वैसे शिक्षकों का सूची बनाने का निर्देश भी मिला है, जो वर्षों से एक ही स्कूल में पदस्थापित हैं. इसको लेकर डीएम अपने स्तर पर एक टास्क फोर्स भी बनायेंगे, जो अब शिक्षकों की गतिविधिओं की मॉनीटरिंग कर रिपोर्ट तैयार करेंगे.
छात्र कम व शिक्षक अधिक हुए, तो भी होगा तबादला : पटना जिला के कई स्कूलों में छात्रों की संख्या काफी कम है और उसके मुताबिक शिक्षकों की संख्या अधिक है. ये शिक्षक बस वेतन उठाते हैं और इनका शिक्षण कार्य में कोई सहयोग नहीं है. डीएम ने ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार करने को लेकर प्राचार्यों को निर्देश दिये हैं. साथ ही कहा है कि इस पर जल्द कार्रवाई हो.
कमजोर बच्चों का लें स्पेशल क्लास
स्कूल के कमजोर बच्चों का स्पेशल क्लास लगाने का पूर्व से ही निर्देश जारी है, लेकिन कोई काम नहीं हो रहा है. शिक्षक व प्राचार्य की मिली भगत से कमजोर बच्चे का चयन कर लिया जाता है, लेकिन उसे स्पेशल क्लास के नाम पर कुछ नहीं दिया जाता है. अब ऐसे स्कूलों को बताना होगा कि कितने कमजोर बच्चे को शिक्षक स्पेशल क्लास दे रहें हैं और उसी रिपोर्ट के आधार पर स्कूलों की मॉनीटरिंग की जायेगी.
दोषी पाये जाने पर होगी कार्रवाई
शिक्षकों की शिकायत मिलती है कि वे स्कूल से गायब रहते हैं. बच्चे को पढ़ाते नहीं हैं और कहीं स्कूल में बच्चे कम हैं और शिक्षक ही अधिक हैं. शिक्षकों के जाल को खत्म करने के लिए अब इनकी रिपोर्ट हर 15 दिन पर मंगायी जायेगी, जिसके मुताबिक इनके ऊपर कार्रवाई की जायेगी. दाेषी पाये जाने पर कार्रवाई भी की जायेगी.
संजय कुमार अग्रवाल, डीएम, पटना