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घपले का बोर्ड: एसआइटी ने मांगे सारे दस्तावेज, बिहार बोर्ड के टेंडर में घपले की जांच शुरू

पटना : इंटर रिजल्ट घोटाले की जांच कर रही एसआइटी ने बिहार बोर्ड के टेंडर में घपले की भी छानबीन शुरू कर दी है. शुक्रवार को प्रभात खबर में इसकी खबर छपने के बाद एसआइटी की टीम बिहार बोर्ड पहुंची और इसकी जांच-पड़ताल की. टीम काफी देर तक वहां रही और बोर्ड के अधिकारियों और […]

पटना : इंटर रिजल्ट घोटाले की जांच कर रही एसआइटी ने बिहार बोर्ड के टेंडर में घपले की भी छानबीन शुरू कर दी है. शुक्रवार को प्रभात खबर में इसकी खबर छपने के बाद एसआइटी की टीम बिहार बोर्ड पहुंची और इसकी जांच-पड़ताल की. टीम काफी देर तक वहां रही और बोर्ड के अधिकारियों और कर्मचारियों से इस बारे में पूछताछ की. इसके साथ ही टीम ने विभिन्न टेंडरों से जुड़े दस्तावेज भी उपलबध कराने को कहा. इस पर कुछ दस्तावेज तो उसी समय टीम को दिये गये और बाकी दस्तावेज शनिवार को देने की जानकारी दी गयी.
एसआइटी की टीम सबसे पहले बोर्ड के मैट्रिक कार्यालय पहुंची और फिर इंटर कार्यालय गयी. बताया जाता है कि टीम ने बिहार बोर्ड प्रशासन से यह सवाल भी पूछा कि प्रोसेसर का चयन काैन करता है और उसका तरीका क्या है? इसके साथ ही एसआइटी ने टेंडर की प्रक्रिया और गुणवत्ता की जांच करनेवाले के संबंध में भी जानकारी ली. एसआइटी अब प्रोसेसर के चयन के साथ टेंडर के संबंध में पूरी जानकारी ले रही है. एसआइटी को शक है कि इन प्रक्रियाओं में भी गोलमाल किया गया है. इधर एसआइटी का नेतृत्व कर रहे एएसपी अनुपम कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह और उसके बेटे राहुल की तलाश में मुजफ्फरपुर में छापेमारी की. बताया जाता है कि एसआइटी को उसके मुजफ्फरपुर में होने की जानकारी मिली थी.
बोर्ड में 251 कर्मचारियों का हुआ तबादला
बिहार बोर्ड के मैट्रिक व इंटर प्रभार के 251 कर्मचारियों का रेंडमली ट्रांसफर किया गया है. ये तीन से 10 साल तक एक ही पद पर कार्यरत थे. इनमें 84 सहायक, 10 एडहॉक सहायक, 15 एलडीसी, 52 आदेशपाल, 7 पीए, पीएस और स्टेनो, 4 रूटीन क्लर्क, 24 सेक्शन अफसर, 25 यूडीसी और 40 कंप्यूटर ऑपरेटर शामिल हैं. इनका ट्रांसफर कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के जरिये बोर्ड अध्यक्ष आइएएस आनंद किशोर नेे किया. वर्तमान में िबहार बोर्ड में 734 कर्मचारी कार्यरत हैं.
लालकेश्वर के घर आज चिपकेगा इश्तेहार
इंटर रिजल्ट घोटाले में फरार चल रहे पूर्व बिहार बोर्ड के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद व उनकी पत्नी पूर्व विधायक उषा सिन्हा के खिलाफ इश्तेहार चिपकाने की अनुमति शनिवार को एसआइटी को मिल जायेगी. इसके बाद बहादुरपुर स्थित लालकेश्वर के आवास पर पुलिस इश्तेहार चिपकायेगी. इस कार्रवाई के बाद पुलिस उनकी संपत्ति की कुर्की-जब्ती करने के लिए कोर्ट से अनुमति लेगी.
आरोपित चारों टॉपर्स के िखलाफ वारंट की अर्जी
आरोपित चारों टाॅपर्स सौरभ, शालिनी, राहुल व रूबी को न्यायिक हिरासत में लिया जायेगा. इसके लिए एसआइटी ने कोर्ट में वारंट की अर्जी दी है. ये चारों फरार हैं. इन्हें व इनके अभिभावकों को नोटिस देकर पुलिस के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने को कहा गया था, पर अवधि खत्म हो गयी. इसके बाद एसआइटी ने कोर्ट में वारंट की अर्जी दी. पुलिस वारंट प्राप्त करने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी.
साथ ही इन टॉपर्स के अभिभावक भी फंसेंगे, क्योंकि जांच में यह बात आनेवाली है कि इन्हें टॉपर बनाने के लिए बच्चा राय व बिहार बोर्ड की मिलीभगत कराने में उनकी भी सहभागिता रही है.

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