पटना: गांधी मैदान थाना क्षेत्र के आधारशिला कॉम्पलेक्स के छठे तल्ले पर स्थित 404 नंबर कमरे में आइडियल ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूट के नाम पर फर्जी मिनी विश्वविद्यालय चल रहा था. इसका खुलासा उस समय हुआ जब पुलिस की टीम ने छापेमारी की. इस दौरान कई ऐसे फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज बरामद किये गये, जिससे यह जानकारी मिली कि छात्रों को बीएड, एमएड व एमफिल की डिग्री 50 हजार से एक लाख रुपये लेकर दी जाती थी. पुलिस ने संचालक राजेश गुप्ता (एसके पुरी) को गिरफ्तार कर लिया है.
वहां से पुलिस ने चार रजिस्टर, रसीद व चेक बुक, विभिन्न विवि की विवरणिका व सादा फॉर्म बरामद किया है. बताया गया कि कमरे के मालिक अश्विनी कुमार व संस्थान के संचालक राजेश कुमार गुप्ता के बीच विवाद हो गया. पुलिस को उन्होंने जानकारी दी. इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए राजेश कुमार गुप्ता के संबंध में जानकारी हासिल की.
कैसे करता था गोरखधंधा : संचालक राजेश कुमार गुप्ता संस्थान के माध्यम से विभिन्न विवि में नामांकन और फिर डिग्री दिलाने का काम करता था. इसके लिए वह संबंधित विश्वविद्यालयों के फॉर्म भी छात्रों से भरवाता. फीस के नाम पर 50 हजार से एक लाख की वसूली के बाद राशि प्राप्ति की रसीद भी देता. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि राजेश को गिरफ्तार कर लिया गया है. अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है.