पटना : सावधान! शहर में ऑटो लुटेरा गैंग सक्रिय हैं. यह गैंग तीन से चार की संख्या में पहले से ऑटो में मौजूद रहता है. ये लोग बाहर से आनेवाले यात्रियों को ऑटो में बैठाते हैं और फिर सुनसान जगह पर हमला कर लूटपाट करता है. ऐसा ही हुआ है एक बिजली इंजीनियर के साथ. […]
पटना : सावधान! शहर में ऑटो लुटेरा गैंग सक्रिय हैं. यह गैंग तीन से चार की संख्या में पहले से ऑटो में मौजूद रहता है. ये लोग बाहर से आनेवाले यात्रियों को ऑटो में बैठाते हैं और फिर सुनसान जगह पर हमला कर लूटपाट करता है. ऐसा ही हुआ है एक बिजली इंजीनियर के साथ. वाराणसी से लौट रहे इंजीनियर पर चलते ऑटो में चौधरी पेट्रोल पंप के पास पिस्टल की बट से सिर पर हमला किया गया और फिर सामान लूट कर राजेंद्र नगर फ्लाइओवर पर धक्का देकर उतार दिया. हालांकि इस मामले में पुलिस अब तक गैंग को ट्रेस नहीं कर पायी है.
जानकारी के अनुसार कंकड़बाग थाना क्षेत्र निवासी गौरव (अशोक नगर रोड नंबर 11 इंदू कुंज) ग्रामीण विद्युतीकरण में इंजीनियर हैं. पिछले डेढ़ साल से उनकी पोस्टिंग वाराणसी में है. सात अप्रैल की रात वे 11 बजे वाराणसी से सीमांचल एक्सप्रेस से चले और आठ अप्रैल की भोर में करीब 3.40 बजे पटना पहुंचे. जंकशन के बाहर टाटा बॉक्स के पास एक ऑटो वाला मिला. उसमें पहले से अगली सीट पर चालक व अन्य व्यक्ति बैठे थे. पिछली सीट पर भी दो लोग बैठे थे. कंकड़बाग के लिए उसी ऑटो में गौरव भी बैठ गये.
गौरव का कहना है कि जब वह चिरैयाटांड़ पुल से आगे बढ़े, तो चौधरी पेट्रोल पंप के पास पीछे वाली सीट पर पहले से बैठे लोगों ने उसकी कनपट्टी और भौंह के पास पिस्टल की बट से हमला कर दिया. इससे सिर फिट गया, इस दौरान दोनों ने उनसे पर्स, लैपटॉप व दो मोबाइल फोन छीन लिये. इनमें से एक मोबाइल फोन की कीमत 20 हजार रुपये थी. इसके बाद ऑटो की रफ्तार बढ़ा दी और राजेंद्र नगर के लिए जाने वाले फ्लाइओवर पर चढ़ा दिया. फिर ऑटाे धीमा कर बदमाशों ने गौरव को धक्का देकर उतार दिया. बाद में उन्होंने थाने को सूचना दी.
उधर पुलिस लाइन में तैनात चंद्रमोहन नाम के पुलिसकर्मी को उसी फ्लाइओवर पर गौरव का गिरा हुआ पर्स मिला, जिसे लुटेरों ने पैसा निकाल कर फेंक दिया था. हालांकि उसमें से एटीएम कार्ड और आइडी कार्ड को बदमाशों ने नहीं निकाला था. उसमें गौरव के घर का नंबर भी था. उस पुलिसकर्मी ने फोन से सूचना दी और पुलिस लाइन बुलाकर पर्स लौटाया. वहीं थाने की पुलिस ने औपचारिकता पूरी की.
सिर से बह रहा था खून, पुलिस ने आवेदन में हटा दी हमले की बात
घटना के बाद गौरव घर पहुंचा और फिर कंकड़बाग थाने. उसके सिर से खून निकल रहा था. कनपट्टी और भौंह के पास पिस्टल के बट की चोट साफ दिख रही थी. इसके बाद भी पुलिस ने उसके आवेदन से पिस्टल से हमले की बात को हटा कर दूसरा आवेदन लिखवाया गया. अपराधी को पकड़ने के बजाय पुलिस ने मामले को ही बौना कर दिया. इसे लेकर इंजीनियर में पुलिस के प्रति आक्रोश है. उनका कहना है कि पुलिस बेवजह टालमटोल करती है.
पुलिस के मोबाइल से किया फोन, पर 100 डायल पर घंटी बजती रह गयी
घटना दहशत में आये गौरव ने 100 डायल पर सूचना देने के लिए फ्लाइओवर से ही एक पुलिस वाले के मोबाइल फोन से कॉल किया. लेकिन, दो बार पूरी घंटी बजने के बाद भी कॉल रिसीव नहीं हुआ. फिर उस पुलिसकर्मी ने गौरव के पिता को फोन किया और उसे एक दूसरे ऑटो में यह कह कर बैठा दिया कि इनसे पैसा नहीं लेना, इनका पर्स चोरी हो गया है. ऑटो वाले ने आगे ले जाकर उतार दिया, जहां पहले से गौरव के पिता मौजूद थे, उसे घर ले गये. इसके बाद में उनलोगों ने थाने को जानकारी दी, लेकिन काम नहीं हुआ.