भागलपुर: नक्सली से साठगांठ के आरोप में रविवार को पुलिस ने तातारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत रेकाबगंज स्थित आवास से तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के इतिहास पीजी विभाग के प्रोफेसर विलक्षण रविदास को हिरासत में ले लिया था. इसको लेकर दिन भर हंगामा होते रहा. पुलिस ने मामले को लेकर श्री रविदास के रेकाबगंज स्थित आवास और कल्याण छात्रावास टू स्थित आवास पर छापामारी की. पुलिस ने इसी मामले में अतिथि व्याख्याता कपिलदेव मंडल को भी हिरासत में लिया था.
हालांकि विश्वविद्यालय थाना में सुबह 11 बजे से शाम छह बजे तक चली पूछताछ के बाद पुलिस ने पीआर बांड पर श्री रविदास व श्री मंडल को छोड़ दिया. शाम चार बजे एसएसपी विवेक कुमार भी विवि थाना पहुंचे और दोनों से पूछताछ की. पुलिस ने यह कार्रवाई तातारपुर थाना क्षेत्र में स्टेशन के पास से पकड़े गये संदिग्ध नक्सली अमरपुर के किरैया निवासी मनश्याम की निशानदेही पर की.
प्रो रविदास वर्तमान में विश्वविद्यालय में प्रोक्टर के पद पर और कपिलदेव मंडल मुरारका कॉलेज में अतिथि व्याख्याता पद पर कार्यरत हैं. पुलिस ने प्रो रविदास के गार्ड अर्जुन और उसके बेटे रवींद्र से भी पूछताछ की.
आनंदी को देना था प्रतिबंधित कैलेंडर : पुलिस की गिरफ्त में आये अमरपुर के नक्सली मनश्याम ने कहा कि वह शनिवार को प्रो रविदास के घर आया था और रात में वहीं ठहरा था. उसने कहा कि प्रो रविदास ने उसे प्रतिबंधित पूर्वी बिहार-पूर्वोत्तर झारखंड एरिया कमेटी सीपीआइ (माओवादी) का कैलेंडर पंजवारा हाल्ट पर आनंदी नामक व्यक्ति को देने के लिए कहा था. मनश्याम ने पुलिस को यह भी बताया कि उसे प्रोफेसर ने 1600 रुपये भी दिये थे. उसने कपिलदेव मंडल से भी कई बार मिलने की बात कही. आनंदी कौन है और उसे यह कैलेंडर देने के लिए क्यों दिया गया, इसका पता नहीं चल सका है.
छात्रों ने किया विराेध : विलक्षण रविवार को हिरासत में लिये जाने की सूचना मिलने पर विश्वविद्यालय थाना के बाहर छात्रों की भीड़ लग गयी. मौके पर जुटे छात्र प्रो रविदास को छोड़ने की मांग करने लगे. इसी दौरान ने पुलिस प्रशासन का पुतला भी जलाया. छात्रों का हंगामा देख पुलिस ने श्री रविदास को छात्रों से बातचीत के लिए थाना के गेट पर लाया. वहां श्री रविदास से छात्रों को समझाया कि उनको गिरफ्तार नहीं किया गया है, बल्कि पूछताछ के लिए लाया गया है. इसके बाद सिटी डीएसपी शहरयार अख्तर श्री रविदास को गाड़ी में बैठा कर ले जाने लगे. इस पर छात्र भड़क गये और हंगामा करने लगे. प्रो रविदास को उनके आवास की तरफ ले जाती पुलिस का लगातार विरोध होता देख पुलिस ने छात्रों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया. छात्रों के वहां से जाने के बाद पुलिस ने श्री रविदास को रेकाबगंज स्थित उनके आवास पर ले जाकर छोड़ दिया.
सात घंटे तक हंगामे के बाद हुए मुक्त
तातारपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार नक्सली की निशानदेही पर की गयी कार्रवाई
नक्सली मनश्याम ने प्रो विलक्षण रविदास और कपिलदेव मंडल से कई बार मिलने की बात कही
मनश्याम के पास से प्रतिबंधित कैलेंडर बरामद
प्रोफेसर को हिरासत में लिये जाने के विरोध में छात्रों ने थाना पर किया हंगामा
पुलिस ने किया लाठीचार्ज
मनश्याम के बयान के आधार पर ही प्रो रविदास और प्रो कपिलदेव मंडल को पूछताछ के लिए लाया गया था. उन्होंने मनश्याम को जानने से इनकार कर दिया. पूछताछ के बाद प्रो रविदास और प्रो कपिलदेव मंडल को बांड पर छोड़ दिया गया. जरूरत पड़ने पर दोनों से फिर पूछताछ हो सकती है.
विवेक कुमार, एसएसपी भागलपुर
मेरे ऊपर जो भी दोषारोपण किया गया है, वह गलत और पूरी तरह से झूठा है. मैं किसी मनश्याम नाम के लड़के को नहीं जानता.
प्रो विलक्षण रविदास
प्रॉक्टर टीएमबीयू