पटना: इस बार राज्य के सभी 909 निजी और सरकारी आइटीआइ की परीक्षा सख्ती से होगी. सरकार ने मैट्रिक के तर्ज पर इस परीक्षा को आयोजित करने का फैसला किया है. युवाओं के कौशल विकास से संबंधित आइटीआइ की परीक्षा पूरी पारदर्शिता और कड़ाई के साथ ली जायेगी.
राज्य भर में यह परीक्षा 21 फरवरी से शुरु होने जा रही है. इसके लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मियों को लगाया जायेगा. कौशल विकास में आइटीआइ की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. राज्य में 838 निजी व 71 आइटीअाइ हैं. वर्ष 2014 में आइटीआइ परीक्षा में जम कर कदाचार हुआ था. तत्कालीन विभागीय सचिव ने कुछ जगहों पर परीक्षा रद्द भी कर दी थी. 21 फरवरी से शुरु हो रही परीक्षा को लेकर इस बार विभाग काफी सख्त है.
परीक्षा में 70 हजार के करीब छात्र बैठते हैं. कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए जिलाधिकारी को जिम्मेवार बनाया गया है. राज्य के श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश कहते हैं कि युवा हमारे भविष्य हैं, उनके भविष्य के साथ कोई समझौता नहीं होगा. आइटाअइ परीक्षा को लेकर हमलोग काफी गंभीर है. परीक्षा में किसी तरह की माफियागिरी नहीं चलेगी. परीक्षा कदाचारमुक्त और पारदर्शिता को साथ हो इसके लिए जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है.
एक नजर आइटीआइ पर
निजी आइटीआइ- 838
सेंटर ऑफ एक्सलेंस- 8
पीपीपी मोड पर आइटीअाइ- 13
औद्योगिक प्रभावित जिले में आइटीआइ- 6
सामान्य आइटीअाइ- 26
महिल आइटीअाइ- 16