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फर्जी वेबसाइट पर बांटता था सरकारी नौकरी

फर्जी वेबसाइट पर बांटता था सरकारी नौकरीफ्लैग ऑपरेशन विश्वास. सरगना सोनू समेत गैंग के 15 सदस्य गिरफ्तार- गैंग सरगना सोनू रिटायर्ड मर्चेंट नेवी मैन है, रेलवे पदाधिकारी का बताता था रिश्तेदार- मुंबई, कोलकाता, यूपी, राजस्थान में भी काम करते थे इस गैंग के लोग- चिड़ियाघर के पास से सरगना समेत चार पकड़े गये, उनकी निशानदेही […]

फर्जी वेबसाइट पर बांटता था सरकारी नौकरीफ्लैग ऑपरेशन विश्वास. सरगना सोनू समेत गैंग के 15 सदस्य गिरफ्तार- गैंग सरगना सोनू रिटायर्ड मर्चेंट नेवी मैन है, रेलवे पदाधिकारी का बताता था रिश्तेदार- मुंबई, कोलकाता, यूपी, राजस्थान में भी काम करते थे इस गैंग के लोग- चिड़ियाघर के पास से सरगना समेत चार पकड़े गये, उनकी निशानदेही पर अन्य सदस्यों की हुई गिरफ्तारी- डेढ़ से दो लाख रुपये की वसूली की जाती थी, रेलवे, मर्चेंट नेवी, सेना में नौकरी के नाम पर एेंठता था पैसा – कोलकाता में दी जाती थी फर्जी ट्रैनिंग, खगौल में शिवशक्ति मेरिटाइम एकेडमी के नाम से है कार्यालय- www.irrbresults.gov.in के नाम से है वेबसाइट, साइट पर ही दिये जाते थे फर्जी रिजल्टसंवाददाता, पटना रेलवे, सेना, मर्चेंट नेवी में नौकरी के नाम पर युवाओं से रुपये ऐंठनेवाले गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह ऑपरेशन विश्वास अभियान में पुलिस की बड़ी सफलता है. इसमें गैंग के सरगना साेनू सिंह समेत 15 लाेग गिरफ्तार किये गये हैं. यह गैंग सरकारी नौकरी के लिए होनेवाली पूरी प्रक्रिया का फाॅर्मेट तैयार कर ठगी करते थे. सरगना ने खगौल के आरके पूरम में शिवशक्ति मेरिटाइम एकेडमी के नाम से कार्यालय खोल रखा था. पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद ढेर सारे दस्तावेज बरामद किये हैं. इस गैंग ने मुंबई, कोलकाता, यूपी और राजस्थान में अपना नेटवर्क खड़ा किया था. ऐसे हुई ठगीदरअसल सोनू अपने को सेना का बड़ा पदाधिकारी बताता था. वह सेना की वर्दी और कैप पहनता था. उसने फर्जी वेबसाइट बना रखी थी. खास बात यह है कि इस गैंग ने दूसरे राज्यों में नेटवर्क खड़ा किया था और सिर्फ केंद्र सरकार की नौकरी दिलाने का दावा करता था. इससे फायदा यह था कि दूसरे राज्यों के लड़के यहां पर आते थे. ठगी के शिकार हुए आनंद सावान ने बताया कि वह मुंबई में इनका आॅफिस है. वहां पर छपरा का प्रदीप बैठता है. उसने नौकरी का विज्ञापन प्रकाशित कराया था. जब उससे मिले, तो वह पटना सोनू के पास भेज दिया. यहां पर आवेदन भराया गया, परीक्षा ली गयी और ट्रेनिंग के नाम पर कोलकाता भेजा गया. इस बीच दो लाख रुपये लिये गये. फर्जी ट्रेनिंग करा कर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी दे दिया गया. लेकिन, जब ज्वाइन करने पहुंचे तो मामला फर्जी निकला. इसके बाद महाराष्ट्र, असम, राजस्थान से आये करीब 150 लड़कों ने एसएसपी मनु महाराज से मुलाकात की. तभी से इस गैंग की तलाश चल रही थी. ऐसे पकड़े गयेपुलिस शिकायत के आधार पर ठग गैंग को ट्रेस कर रही थी. इस बीच पता चला कि गैंग सरगना चार लड़कों से पैसा लेने के लिए चिड़ियाघर के पास आनेवाला है. इसी आधार पर घेराबंदी की गयी और सोनू समेत चार को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद इनकी निशानदेही पर खगौल में छापेमारी कर अन्य को गिरफ्तार किया गया तथा भारी मात्रा में दस्तावेज बरामद किये गये. सोनू ने कई बैंकों में खाता खोल रखा था, जिसे जब्त कर लिया गया है. मामले की जांच चल रही है. ये हुए गिरफ्तारगिरफ्तार किये गये लोगों में सरगना सोनू सिंह उर्फ धीरेंद्र (निसरपुरा, रानीतलाब, पटना), प्रदीप कुमार (दाउदपुर शाहपुर), रितेश कुमार (विशुनपुरा, भोजपुर), विपुल कुमार (संदलपुर, छपरा), गोपाल कुमार सिंह (मोहनपुर, मुंगेर), सूरज कुमार (महपुरराय, मनेर), कृष्ष्णकांत कुमार (खपटा, नालंदा), रामबाबू पाल (बड़ी खगौल), जितेंद्र कुमार (लोको कॉलोनी, खगौल), आनंद कुमार (खगौल), सौरव कुमार (राजाबाजार, मोतिहारी), रवि कुमार (मोतिहारी), सौरभ कुमार झा तृप्ति नगर (दानापुर) शामिल हैं. ये हुए बरामद 12 मुहर, 14 मोबाइल फोन, 15 एटीएम कार्ड, रेलवे की चार सेवा पुस्तिका, रेलवे के तीन ज्वांइट लेटर, एक कंप्यूटर सेट, एक प्रिंटर, तीन पासबुक, दो चेक बुक, एक पैड, एक आवासीय प्रमाणपत्र, भारतीय रेल के 10 लिफाफे, भारतीय सेना का एक लिफाफा, रेलवे पास के 50 फाॅर्म, असम राइफल के आठ ज्वाइनिंग लेटर, सीटेक मेरिंग एकेडमी के 73 फाॅर्म, 13 प्रोस्पेक्टेट, नेवी के दो पीकेप व अन्य कार्ड. हार्डकोर नक्सली कवि जी समेत दो ने किया सरेंडर आॅपरेशन विश्वास से प्रभावित होकर हार्डकोर नक्सली कवि जी उर्फ केबी लाल उर्फ अमरेश कुमार सिन्हा एसएसपी मनु महाराज के सामने आत्मसर्मपण किया है. उसने पुलिस से लूटी गयी थ्री नॉट थ्री की बंदूक भी सौंपा है. 1989 से सक्रिय कवि ने जहानाबाद जेल ब्रेक कांड कराया था. उसके ऊपर कुल 17 मामले दर्ज हैं. एसएसपी ने उनके भरण पोषण की अनुशंसा करने की बात कही है. इसके अलावा संजय तिवारी ने भी आत्मसर्मपण किया है. दोनों मसौढ़ी के रहनेवाले हैं. ये जहानाबाद तक सक्रिय रहे हैं. पालीगंज में लूटी गयी बाइक के साथ अपराधी गिरफ्तार पालीगंज में खनपुरा रोड से 14 अगस्त, 2015 की रात आठ बजे लूट की गयी थी. तीन अपराधियों ने हथियार दिखा कर उनकी बाइक, मोबाइल फोन और कैश लूट लिये थे. इसके बाद पुलिस ने शहर के अपराधियों के स्केच बनवाये. इसके आधार पर पालीगंज से इंद्रजीत कुमार को गिरफ्तार किया गया. उसके पास से लूटी गयी बाइक और उसका ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया गया. उसने कबूल किया है कि घटना को अंजाम देते वक्त राजू चौधरी और ओम प्रकाश भी शामिल थे. पुलिस ने आेम प्रकाश को पहले ही दूसरे मामले में जेल भेज दिया है. मोबाइल लूटपाट करनेवाले गैंग के दो सदस्य पकड़े गये कदमकुआं थाना क्षेत्र के साहिल मंजिल लॉज, रमना रोड में छापेमारी कर पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये सब मोबाइल, लैपटॉप की लूट करते थे. इनके पास से सात मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, एक बाइक के अलावा चार्जर, बैटरी, मास्टर चाबी आदि बरामद किये गये हैं. इनकी पहचान सीसीटीवी कैमरे से की गयी थी और बाद में मुखबिर की सूचना पर दबोचा गया. फुलवारी लूटकांड में स्केच के आधार पर अपराधी पकड़ाया फुलवारी थाना क्षेत्र में 11 दिसंबर, 2015 को मंसूर अली से तीन अपराधियों ने तमंचा दिखा कर मोबाइल, नकद व अन्य सामान लूट लिया था. पुलिस ने इस मामले में धारा 392 के तहत मामला दर्ज किया था. पुलिस नेलुटेरों का स्केच तैयार कराया था. इसी आधार पर फुलवारी इलाके से इरफान उर्फ शाहरुख को गिरफ्तार किया है. उसके पास से लूट के मोबाइल बरामद किये गये हैं.

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