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फायरिंग में बचा दुकानदार
कंकड़बाग की घटना. अपराधी का अंधेरे में चूक गया निशाना पटना : मेडिकल दुकानदार अखिलेश्वर प्रसाद महतो (40) का मुकद्दर उनके साथ था, वरना गुरुवार की भोर में अपराधी उनको ढेर कर दिये होते. दुकान में अंधेरा था, ऐसे में अपराधी का निशाना चूक गया. गोली अंधेरे में गुम हो गयी. लूट का प्रयास नहीं […]
कंकड़बाग की घटना. अपराधी का अंधेरे में चूक गया निशाना
पटना : मेडिकल दुकानदार अखिलेश्वर प्रसाद महतो (40) का मुकद्दर उनके साथ था, वरना गुरुवार की भोर में अपराधी उनको ढेर कर दिये होते. दुकान में अंधेरा था, ऐसे में अपराधी का निशाना चूक गया. गोली अंधेरे में गुम हो गयी. लूट का प्रयास नहीं हुआ. इससे स्पष्ट है कि अपराधी सीधे हत्या करने आये थे. कंकड़बाग के चंद्रलोक अपार्टमेंट में मौजूद न्यू उमा मेडिकाे पर हुई फायरिंग से अफरा-तफरी मच गयी. अपार्टमेंट के सारे लोग बाहर आ गये. तत्काल पुलिस को खबर की गयी. मौके पर पहुंची पुलिस ने वहां से एक खोखा बरामद किया है और मामले की छानबीन कर रही है.
पूर्णिया के मूल निवासी अखिलेश्वर प्रसाद महतो वर्ष 1993 से पटना में रहते हैं. कंकड़बाग के चंद्रलोक आपर्टमेंट में नीचे न्यू उमा मेडिको के नाम से दुकान है. दुकान से चौबीस घंटे दवा की बिक्री होती है. उनकी दुकान में लोहे की ग्रिल और शटर दोनों है. रात में ग्रिल बंद रहता है अौर शटर आधा खुला रहता है. बगल में डेढ़ फीट की जगह है, जहां से देर रात दवा लेनेवाले ग्राहक से बात करते हैं. पैसे का लेन-देने सामने ग्रिल के बीच में बने गैप के रास्ते से करते हैं. गुरुवार की भोर में करीब चार बजे भी ऐसा ही हुआ. तीन अपराधी उनकी दुकान पर पहुंचे और बैंडेज और काॅटन को मांगा. अखिलेश्वर ने बैंडेज, काॅटन दिया और तीस रुपये मांगे.
इस दौरान अपराधियों ने 100 रुपये का नोट दिया. अखिलेश्वर ग्रिल के सामने आने की बात बोल कर काउंटर से पैसा काटने चले गये. इस दौरान युवकों ने दुकान के काउंटर की तरफ गोली चला दी. गोली से काउंटर का शीशा चकनाचूर हो गया, जिससे तेज आवाज हुई. अपराधियों को लगा कि अखिलेश्वर ढेर हो गये और वे सब भाग निकले. लेकिन, दुकान में अंधेरा था और उनका निशाना चूक गया था. आखिलेश्वर बच गये, पर फायरिंग की घटना से उनके प्राण सूख गये.
पड़ोसी दुकानदार से दो माह से मांगी जा रही है रंगदारी
अखिलेश्वर की दुकान पर फायरिंग के पीछे क्या कारण है, इसकी जानकारी पुलिस को नहीं हो पायी है, लेकिन रंगदारी का मामला माना जा रहा है. यहां बता दें कि न्यू उमा मेडिको की बगल में कृष्णा मेडिको के नाम से दुकान है. उसके मालिक नीतीश कुमार हैं. यह अखिलेश्वर के पड़ोसी भी हैं और रिश्तेदार भी हैं.
नीतीश का कहना है कि उनसे दो महीने से चार लाख की रंगदारी मांगी जा रही है. कभी एसएमएस से तो कभी फोन से. अपराधियों ने उन्हें तंग कर दिया है, लेकिन अभी तक वह प्राथमिकी दर्ज नहीं कराये थे. अब दोनों ही मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. गुरुवार को अखिलेश्वर की दुकान पर जो घटना हुई है, उसे रंगदारी से ही जोड़ कर देखा जा रहा है. लेकिन, जब अपराधी कृष्णा मेडिको पहुंचे, तो वह बंद था. दहशत बनाने के लिए बगल की दुकान पर हमला किया. पुलिस मामले की तफतीश कर रही है.
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