पटना: राज्य सरकार ने बिहार राज्य औद्योगिक निवेश सलाहकार परिषद का पुनर्गठन किया है. मुख्यमंत्री इसके अध्यक्ष हैं. जल संसाधन मंत्री, उद्योग मंत्री, विकास आयुक्त, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव/सचिव व बिहार फाउंडेशन के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सदस्य बनाये गये हैं. मुख्य सचिव इसके सदस्य सचिव बनाये गये हैं.
उपाध्यक्ष का पद समाप्त कर दिया गया है. पुनर्गठन की अधिसूचना बुधवार को जारी कर दी गयी. परिषद में उद्योग, व्यवसाय व बैंक जगत के लोगों को शामिल किया गया है. इनमें गोदरेज कंपनी के एमडी जमशेद गोदरेज, हिंदुस्तान यूनिलीवर के एमडी नितिन प्रांजपे, टाटा संस के निदेशक (वित्त) इशमत हुसैन, एचडीएफसी के अध्यक्ष दीपक पारीख, आइसीआइसीआइ बैंक के अध्यक्ष केवी कामथ, एसबीआइ की अध्यक्ष अरुंधति भट्टाचार्या, वेदांता के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, एक्सिस बैंक की एमडी शिखा शर्मा, मैक्स इंडिया के अध्यक्ष अनलजीत सिंह, आइटीसी लिमिटेड के अध्यक्ष वाइसी देवेश्वर आदि प्रमुख हैं.
निवेश को मिलेगा प्रोत्साहन
परिषद की पहली बैठक पटना में 15 सितंबर, 2012 को हुई थी. दूसरी बैठक मुंबई में 19 अक्तूबर, 2013 को हुई थी. राज्य में औद्योगिक विकास व निवेश के प्रोत्साहन की नीतियों के लिए मंच प्रदान करने व सुझाव देने, उद्यमियों को सहूलियत प्रदान करने व नयी नीतियां बनाने में सरकार की मदद करने आदि मकसद से परिषद का गठन किया गया है.