पटना : पीएमसीएच परिसर में अब मरीजों को दिसंबर से एमआरआइ की सुविधा मिलने लगेगी. इसको लेकर विभाग की ओर से सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गयी हैं और अब सिर्फ कंपनी का चयन करना बाकी है. वहीं, मरीजों की भीड़ अधिक होने के कारण एक और सिटी स्कैन मशीन भी लगायी जायेगी. इसके लिए भी अनुमति मिल गयी है. फिलहाल एमआरआइ की सुविधा परिसर में नहीं होने से मरीजों को बाहर जाना पड़ता है.
अस्पताल प्रशासन ने एमआरआइ लगाने के लिए रेडियोलॉजी के पास की जगह का चयन किया है, जिसका निरीक्षण प्रधान सचिव, इंजीनियरिंग सेल, प्राचार्य व अधीक्षक कर चुके हैं. दूसरी ओर सिटी स्कैन मशीन लगाने के लिए आरएसबी में जगह का चयन किया गया है. फिलहाल एक मशीन इमरजेंसी में लगी है.
एमआरआइ नहीं रहने से होती है परेशानी
इमरजेंसी में हर दिन 200 से अधिक मरीज भरती हाेते हैं, जिसमें से 50 प्रतिशत ऐसे मरीज होते हैं, जिनको एमआरआइ की जरूरत पड़ती है. लेकिन, एमआरआइ नहीं होने से मरीजों को बाहर जाना पड़ता है और इलाज में देरी होती है. परिसर में यह सुविधा आने से डॉक्टर व मरीज दोनों को फायदा होगा. सामान्य एमआरआइ कराने में मरीजों को बाहर में पांच हजार रुपये लगते हैं, लेकिन यही जांच जब परिसर में शुरू होगा, तो मरीजों को चार हजार रुपये से कम खर्च होंगे.
एमआरआइ व सिटी स्कैन लगाने के लिए जगह चिह्नित की गयी है. एमआरआइ लगाने को लेकर काफी दिनों से प्रक्रिया चल रही थी. अब कंपनी के चयन होते ही मशीन लग जायेगी.
डॉ एसएन सिन्हा, प्राचार्य, पीएमसी
आइजीआइएमएस में 24 घंटे होगी जांच
पटना. आइजीआइएमएस परिसर में अब दो नवंबर से 24 घंटे रेडियोलॉजी, पैथोलॉजी व ओटी का काम चलेगा. देर रात इमरजेंसी व वार्ड में भरती मरीजों को भी जांच की जरूरत पड़ेगी, तो उसकी सभी जांच कराने की जिम्मेवारी ड्यूटी पर तैनात सिस्टर इंचार्ज की होगी. सिटी स्कैन, एक्सरे में रात को भी ड्यूटी लगायी जायेगी. संस्थान के निदेशक डॉ एनआर विश्वास ने बताया कि इसको लेकर टेक्निकल हैंड भी बढ़ाये जायेंगे.