पटना: हार्ट रोग से पीड़ित जानवरों का अब बिहार में इलाज संभव होगा. सजर्री भी हो सकेगी. किडनी व लीवर की बीमारी से भी जानवरों को निजात मिलेगी. बड़े जानवरों के हड्डी रोग का भी इलाज होगा. राज्य के इकलौते वेटनरी कॉलेज अस्पताल में राष्ट्रीय स्तर की पशु चिकित्सा की सुविधा होगी. क्रिटिकल क्लिनिक केयर यूनिट स्थापित होने के बाद यह पूर्वी भारत का सबसे बड़ा पशु अस्पताल होगा. इसके लिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय ने कॉलेज को 99 लाख की राशि दी है.
अल्ट्रासाउंड की भी सुविधा
जानवरों के इलाज के लिए सभी अत्याधुनिक मशीनों की खरीद की जायेगी. अल्ट्रासाउंड मशीन व इसीजी की सुविधा होगी. सेंट्रलाइज ऑक्सीजन की व्यवस्था होगी. बड़े जानवरों को भी ऑक्सीजन दी जा सकेगी. बड़ी सजर्री के लिए सजिर्कल सामान की खरीद होगी. ऑटोमेटिक हाइड्रोलिक ऑपरेशन टेबुल भी खरीदे जायेंगे, ताकि बड़े जानवरों का इसके सहारे ऑपरेशन आसानी से किया जा सके.
काऊ लिफ्टर की भी खरीद होगी. प्रखंड व जिला स्तरीय पशु अस्पतालों के चिकित्सकों को यहां प्रशिक्षण भी दिया जायेगा, ताकि जानवरों का निचले स्तर पर भी बेहतर इलाज हो सके.